2024 के अंत तक झारखंड की राजनीति कई रंग दिखाएगी
*सरकार से बगावत कर नया अध्याय लिखने की यात्रा पर निकले पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन*
विशेष संवाददाता राष्ट्र संवाद
झारखंड में विधानसभा चुनाव के पूर्व विगत 100 घंटे से राजनीति उथल-पुथल हो रही है उससे यूपीए और एनडीए फोल्डर में राजनीति समीकरणों में खूब उलट फेर होती रहेगी राज्य में जोड़-तोड़ से लेकर ले दे तक की सियासत से जनता को रूबरू होना पड़ेगा झारखंड से कोलकाता ,कोलकाता से दिल्ली दिल्ली से कोलकाता ,कोलकाता से जमशेदपुर की कहानी की पृष्ठभूमि बहुत पहले तैयार हो चुकी थी कोल्हान टाइगर चंपई सोरेन जिस फिराक में थे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनको मात दे दी है हालांकि हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन अपने समर्थकों के साथ यह ऐलान कर दिया है कि अगले एक हफ्ते के अंदर राजनीति की अगली राह वे चुन लेंगे और भाजपा ने उनको जो टास्क दिया है उसे उन्हें इस एक हफ्ता में पूरा करके दिखाना है परंतु इस राह में रोड बहुत हैं चंपई सोरेन अगर तजुर्बा रखते हैं तो युवा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी आकलन करने में माहिर हैं और जेल में रहते हुए कल्पना सोरेन के माध्यम से जो भावनात्मक पोस्ट हेमंत सोरेन ने कराया उसका परिणाम भी लोकसभा चुनाव में देखने को मिला अब चंपई सोरेन भी भावनात्मक खेल-खेलने जा रहे हैं और खेल भी रहे हैं
*सरकार से बगावत कर नया अध्याय लिखने की यात्रा पर निकले पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन*
खरसावां :सरकार से बगावत कर नया अध्याय लिखने की यात्रा पर निकले पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन गुरुवार को खरसावां पहुंचे. जहां उन्होंने चांदनी चौक स्थित शहीद बेदी पर मत्था टेका और यहीं से नई नए अध्याय की शुरुआत करते हुए सबसे पहले कोल्हान के सभी 14 सीटों पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही. दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री पिछले दिनों अपने एस्कॉर्ट मैं शामिल चालक विनय कुमार बान सिंह के सड़क दुर्घटना में हुई मौत की सूचना पर खरसावां के भोया गांव पहुंचे थे.
इससे पूर्व उन्होंने खरसावां बेदी पर श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें नमन किया. वहीं भोया गांव पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री ने अमृत चालक विनय कुमार भान सिंह के परिजनों को सांत्वना दी और हर संभव सहयोग करने का भरोसा दिलाया. फिर वह चाईबासा के लिए निकल गए उनकी नजर कोल्हान की 14 सीटों पर है इस मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, पूर्व मुख्यमंत्री के बड़े सुपुत्र सिमल सोरेन, छोटे पुत्र बबलू सोरेन, विधायक प्रतिनिधि सनद कुमार आचार्य, सहित कई जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे.