भाजपा के लिए शुभ साबित हुए रघुवर दास,24 साल बाद अस्त हो गया ‘सितारा’, नवीन पटनायक ने सीएम पद से सौंपा इस्तीफा
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्यपाल रघुबर दास से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप दिया है. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के उड़ीसा की राज्यपाल बनने के बाद भाजपा के लिए शुभ संकेत साबित हुआ है रघुवर दास राज्यपाल बनते ही उड़ीसा के आम जनता के लिए राज भवन खोल दिया जनता की उम्मीदें जगी जिसका सीधा-सीधा फायदा भाजपा को मिला ज्ञात होगी पूर्व मुख्यमंत्री और उड़ीसा के महामहिम राज्यपाल के संबंध में जो बातें सामने आती है उसमें वह राजभवन में बंद रहने वाले नहीं है राज्यपाल रहते हुए कम समय में उन्होंने उड़ीसा के लिए कई काम ऐसे किए जिससे आम जनमानस में यह संदेश गया कि भाजपा की सरकार आने से यहां और भी विकास की गंगा बहेगी और जनता ने चुनाव में बटन दबाकर इसे साबित भी कर दिया
वही पूर्व सांसद डॉक्टर अजय कुमार को भी उड़ीसा का प्रभार मिला था और उन्हें भी अपनी रणनीति में कामयाबी मिली है आप कह सकते हैं कि लोगनगरी की मिट्टी में विकास की धमक है वह जहां भी रहेंगे अपनी पहचान की अमिट छाप छोड़ देगे
बीजद ओडिशा विधानसभा चुनाव हार गई है. राज्य की कुल 147 सीटों में से उसे केवल 51 सीटें ही मिलीं है. जबकि बीजेपी ओडिशा की 147 सीटों में से 78 सीटें जीत कर प्रदेश में सत्ता में आ गई है. उसने पिछले 24 साल से शासन कर रहे बीजद को बेदखल कर सत्ता छीन ली है. मुख्यमंत्री और बीजद प्रमुख नवीन पटनायक हिंजिली विधानसभा सीट से जीत गए, लकिन कांटाबांजी से चुनाव हार गए हैं.
आयोग के आंकड़ों के मुताबिक कांग्रेस ने 14 सीटें जीतीं जबकि माकपा को एक सीट मिली. निर्दलीय उम्मीदवारों ने तीन सीटें जीतीं. आंकड़ों पर नजर डालें तो बीजद ने 2019 के विधानसभा चुनाव में 113 सीटें, भाजपा ने 23 सीटें और कांग्रेस ने नौ सीटें जीती थीं. भाजपा-बीजद गठबंधन 2000 में ओडिशा में सत्ता में आया था और नवीन पटनायक मुख्यमंत्री बने थे. वर्ष 2009 में बीजद ने दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत विफल होने के बाद अपने 11 साल पुराने रिश्ते को तोड़ दिया था. पटनायक ने राज्य में इसके बाद हुए चुनावों में जीत हासिल की थी.
दिलचस्प यह है कि दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत इस साल के लोकसभा और विधानसभा चुनावों से पहले भी शुरू हुई थी, लेकिन यह विफल रही. हालांकि इस बार बीजद सुप्रीमो अपनी पार्टी को जीत नहीं दिला पाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ओडिशा के लोगों को धन्यवाद दिया और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी उनके सपनों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी. ‘एक्स’ पर एक संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘धन्यवाद ओडिशा! यह सुशासन और ओडिशा की अनूठी संस्कृति का जश्न मनाने की शानदार जीत है
कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए 2024 उड़ीसा से अच्छी खबर लेकर आई भाजपा की सरकार बन रही है वहीं कांग्रेस ने डॉक्टर अजय के नेतृत्व में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है