केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने साफ किया कि वह प्रधानमंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं. उन्होंने कहा कि न तो प्रधानमंत्री बनने की उनकी इच्छा है और न ही आरएसएस ने उनके लिए कुछ ऐसा सोचा है. दरअसल पिछले कुछ दिनों से लगातार ही ये कयास लगाए जा रहे थे कि अगर बीजेपी को आगामी संसदीय चुनावों में पूर्ण बहुमत नहीं मिलता है तो उन्हें पीएम बनाया जा सकता है. हालांकि गडकरी ने साफ कहा कि वह इस दौड़ मे शामिल नहीं है वे सिर्फ काम करना चाहते हैं.
गडकरी ने कहा, ‘न तो मैंने कोई कैलकुलेशन किया है और न ही कभी कोई लक्ष्य बनाया. जिधर रास्ता था मैं चलता चला गया, जो काम दिखा उसको करता चला गया.’ उन्होंने कहा, ‘पूरी पार्टी मोदी जी के साथ खड़ी है. जो काम हमने किया है उसे देखते हुए मुझे लगता है कि मोदी जी की अगुवाई में हम लोग इस बार और ज्यादा सीटें जीतेंगे. विपक्षी पार्टियों के महागठबंधन को उन्होंने महामिलावट कहा.’माना जाता है कि गडकरी को विपक्षी पार्टी के लोग भी पसंद करते हैं. पिछले महीने सोनिया गांधी ने लोकसभा में उनकी तारीफ करते हुए कहा था कि उन्होंने देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए काफी अच्छा काम किया है.
हालांकि, गडकरी ने कहा कि राजनीति में कभी भी कुछ भी हो सकता है. सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि नेशनल हेल्थ इंश्योरेंस की वजह से लगभग 10 करोड़ परिवारों को लाभ पहुंचा है. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत डेढ़ करोड़ घरों का निर्माण किया गया है.
स्वच्छ गंगा के संदर्भ में गडकरी ने कहा, ‘हाल ही में मैं कुंभ स्नान के लिए गया था तो लोगों ने मुझे बताया कि पिछले पचास सालों में पहली बार उन्हें गंगा निर्मल और अविरल दिखी है.’