पोटका के नारदा में पूर्व सी एम चंपई सोरेन ने कहा -आदिवासी समाज का अस्तित्व अब खतरा में पड़ गया है
राष्ट्र संवाद संवाददाता
पोटका प्रखंड के अंतर्गत नारदा गाँव में एसएमपी यूथ क्लब, नारदा की ओर से वार्षिक छऊ नृत्य एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन उपस्थित हुए। मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री चंपई सोरेन ने कहा कि आदिवासी समाज बहुत ही शांतिप्रिय समाज है। इस समाज का अपना पारंपरिक सामाजिक,धार्मिक एवं सांस्कृतिक व्यवस्था है जिसके अनुसार समाज का संचालन होता है। परन्तु झारखंड में अब आदिवासी समाज का अस्तित्व ही खतरा में पड़ गया है। इसका मुख्य कारण यहां तेजी से हो रहे धर्म परिवर्तन एवं बांग्लादेशी घुसपैठियों के द्वारा आदिवासी लड़कियों को शादी कराकर गैर कानूनी ढंग से उनके जमीन को हथियाना है। उन्होंने कहा कि आज पूरे झारखंड में भोले भाले आदिवासियों को प्रलोभन देकर उनका धर्म परिवर्तन कराकर ईसाई बनाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर आदिवासी लड़कियों को प्रेम विवाह किया जा रहा है,दूसरे धर्म को अपनाने वाले जबर्दस्ती आदिवासियों को मिलने वाले आरक्षण का भी लाभ ले रहे है। इसलिए अब समय आ गया है कि आदिवासी समाज को एकजुट होकर अपनी रूढ़िवादी व्यवस्था को छोड़ कर दूसरे धर्म अपनाने एवं दूसरे जाति में विवाह करने वाले को आरक्षण का लाभ नहीं मिले इसके लिए हमें एक ओर लड़ाई लड़ना होगा। कहा कि राज्य की वर्तमान सरकार अबुआ सरकार के नाम पर आदिवासियों को ठगने का काम कर रही है। आज इस गंभीर मुद्दे पर जान बुझ कर अपने वोट बैंक के खातिर चुप्पी साध लिया है।