विवेक यादव की रिपोर्ट
पटना ,बिहार:बांका जिले के भ्रष्टाचार में लिप्त भ्रष्ट विद्युत कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार गुप्ता जिसके ऊपर विशेष निगरानी इकाई (SVU)की टीम ने रेड सुबह के लगभग 7:30 बजे से ही दोपहर 2:30 बजे तक संजीव कुमार गुप्ता के चार अलग- अलग ठिकानो पर जिसमे जिला ,भागलपुर, बांका, पूर्णिया एवं पटना,में एक साथ 21,09,2023 को रेड परा था। जिसमे संजीव कुमार गुप्ता द्वारा अकूत संपत्ति अर्जित करने का पुख्ता प्रमाण मिले थे जिसमें नगद राशि चालीस लाख सहित करोड़ों रुपए की सोने का आभूषण एव करोड़ों रुपए के जमीन के कागजात भी मिला था। कार्यपालक अभियंता द्वारा विधुत विभाग को करोड़ों का चूना लगाकर बहुत ही कम समय में अकूत संपत्ति अर्जित किया गया।
इसके बावजूद आज 1 5 दिन से अधिक हो चुका है,लेकिन यह भ्रष्ट विद्युत कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार गुप्ता अभी तक अपने पद पर बने हुए हैं और अपने पावर – पहुंच के बलबूते कार्यालय में बैठकर जांच को प्रभावित करने का हर संभव प्रयास इनके द्वारा किया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ सफेद पोश एवं स्थानीय विधायक का संरक्षण भी इन्हें मिल रहा है। सुबे के मुखिया बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं, यदि सुबे में जीरो टॉलरेंस की बात होती तो अभी तक यह भ्रष्ट विद्युत कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार गुप्ता अभी तक अपने पद पर बना हुआ नहीं रहता। जीरो टॉलरेंस की बात तो छोड़िए यहां तो भ्रष्ट विद्युत कार्यपालक अभियंता के कार्यलय में कुछ और असामाजिक तत्व के लोग भी इनके साथ उठने- बैठने का काम करता है, और विधुत बिभाग में संजीव कुमार गुप्ता के लिए अवैध काली कमाई वसूली का काम करता है,आखिर विद्युत विभाग के पदाधिकारी किसके दबाव में है, जो अभी तक कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार गुप्ता अपने पद पर बने हुए हैं, जबकि विशेष निगरानी इकाई टीम को इनके पास से अकूत संपत्ति मिलने का पुख्ता प्रमाण मिला है।जो की सभी राष्टीय न्यूज चैनल एवं राष्टीय दैनिक अखवार में लागातार खबर चलने के बावजूद भी आज तक भ्रष्टचार में लिप्त भ्रष्ट कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार गुप्ता पर कोई कारवाई नहीं की गई है।बहुत पहले ही विशेष निगरानी इकाई द्वारा विद्युत विभाग को संजीव कुमार गुप्ता पर की गई करवाई का ब्यौरा भेज दिया गया है, साथ ही विभाग (SBPDCL) को सूचित किया है, कि अवैध सम्पत्ति अर्जित करने के मामले में कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार गुप्ता पर विभागीय करवाई सुनिश्चित की जाए,साथ ही तत्काल प्रभाव से इन्हे निलंबित किया जाए , एवं वर्तमान पदस्थान भागलपुर सर्कल से निलंबन समय तक मुख्यालय से इन्हें दूर रखा जाए, ताकि जांच को किसी तरह कार्यपालक अभियंता द्वारा प्रभावित नहीं किया जा सके। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संजीव कुमार गुप्ता पहले तो यह चाह रहे हैं कि निलंबन ना हो, यदि वह निलंबित हो भी जाए तो उन्हें मुख्यालय से दूर नहीं किया जाए उन्हें बांका या भागलपुर में ही रहने दिया जाए, इससे साफ़ जाहिर होता है की विधुत विभाग के वरीय पाधिकारी एवं सूबे के राजनेता का भी उन्हें संरक्षण मिल रहा है। अपने पहुंचऔर पैरवी की बदौलत अभी तक उनका निलंबन नहीं हो पाया है, साथ ही बिजली विभाग कारवाई करने के बदले लीपा पोती करने में लगे हुए है। कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार गुप्ता ने अकूत काली कमाई से तरह तरह का बहुत सारा बिजनेस भी खरा किया हुआ है। सूबे के ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव भी किसी तरह का कारवाई करने का आदेश विभाग को नही दिया है,जबकि विशेष निगरानी इकाई (SBPDCL) द्वारा विधुत विभाग के सचिव सह परबंधक और निदेशक को कारवाई का सूचना दिया गया हैं,जबकि लगातर सभी दैनिक अखवार सहित नेशनल टीवी चैनल पर खबर चलने के बावजूद भी कही ना कही कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार गुप्ता के ऊपर राजनेता एवं विद्युत विभाग का वरीय पदाधिकारी का भरपूर संरक्षण मिल रहा है।
बिहार की जनता अब देख रही है, की किस तरह राजनेता और विभाग दोनों मिलकर एक भ्रस्ट पदाधिकारी को कैसे बचाने में लगे है।