एक है भारत :श्रेष्ठ है भारत
डॉक्टर कल्याणी कबीर
“दिल भी इक जिद पर अड़ा है किसी बच्चे की तरह,
या तो सबकुछ इसे चाहिए या कुछ भी नहीं”
तो दोस्तों, मुस्कुराइए कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक अब भारत एक राष्ट्र है ।
लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल भी पास हो गया है । बिल के समर्थन में 366 वोट पड़े जबकि विरोध में मात्र 77 वोट ।
अब कश्मीर से कन्याकुमारी तक तिरंगे की शान रहेगी और एक ही संविधान का डंका बजेगा ।
माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने बरसों से रिस रहे इस राजनीतिक जख्म का इलाज कर दिया है । देश का हिस्सा होकर भी कश्मीर के भीतर एक दूसरे ध्वज और भिन्न कानून का चलन स्वस्थ परंपरा नहीं थी । इससे देश की संप्रभुता पर सवाल खड़ा होता था साथ ही कश्मीर पर आतंकवाद को पनपने का भी भरपूर मौका मिल गया । देर से ही सही पर कश्मीर के लोगों को भी देश के मुख्य धारा से जुड़कर भविष्य सँवारने का अवसर मिलेगा । धारा 370 का खात्मा एक ऐसी पहल है जिसका पूरे देश में स्वागत किया जा रहा है । वे लोग गुमराह हैं जिन्हें लगता है कि कश्मीर का मामला उसका अंदरूनी मामला है । कश्मीरी नेताओं का ये इल्जाम है कि उन्हें नज़रबंद कर दिया गया है, जबकि अमित शाह के अनुसार कश्मीर के नेताओं ने खुद ही अपने आपको अपने घर में कैद कर रखा है । अब जितनी मुँह उतनी बातें ।
पर सबसे सटीक बात तो यही है कि कश्मीर अखंड भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा ।
लद्दाख, श्रीनगर, कश्मीर के लोग भी आज आनंद मना रहे हैं। इतने सालों की त्रासदी के बाद वहाँ के निवासियों को भी पिछली सरकारों के द्वारा की गई इस गलती का एहसास होने लगा था।
ये सच है कि विशेष दर्जा देने के बाद से ही कश्मीर की हालत बद से बदतर होती चली गई और असामाजिक तत्वों ने इस स्वतंत्रता का अनुचित फायदा खूब उठाया ।
पर भारतीय जनता पार्टी के द्वारा उठाए गए इस ऐतिहासिक कदम ने राष्ट्र के गौरव रूपी मस्तक को झूमने पर मजबूर कर दिया है ।
सही मायने में यह है आजादी और इसे कहते हैं संप्रभुता ! इस तरह के संजीदा मुद्दों पर उम्मीद की जाती है कि सभी विपक्ष दल भी सरकार का साथ दें । कुछ भ्रमित बयान यह भी आ रहे हैं कि सरकार अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल कर रही है । ऐसी सोच वाले भूल रहे हैं कि धारा 370 और विशेष दर्जा प्राप्त कश्मीर में भी इन चीजों का खूब बेजा फायदा उठाया गया । पर अब मोदी जी की दृढनिश्चय ने तिरंगा फहराने के लिए कश्मीर की वादियों का मंच प्रदान किया है । समस्त भारत इस नेतृत्व के आगे नतमस्तक है ।
(स्वतंत्रता दिवस विशेषांक पञिका में भी पढ़े डाटा के साथ)