नई दिल्ली. बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात मिगजॉम अब कमजोर हो चला है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अपने नवीनतम अपडेट में कहा कि चक्रवाती ‘मिगजॉम’ मध्य तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर गहरे दबाव में कमजोर हो गया है, जो बापटला से लगभग 100 किमी उत्तर-उत्तरपश्चिम और खम्मम से 50 किमी दक्षिणपूर्व में स्थित है. कमजोर होने के बावजूद अभी भी इसके असर से भारत के दक्षिणी तटीय राज्यों में बारिश गुरुवार (7 दिसंबर) तक जारी रह सकती है. चक्रवाती तूफान ने मंगलवार दोपहर को आंध्र प्रदेश में नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच बापटला के पास दस्तक दी, जिससे सोमवार को चेन्नई और पड़ोसी तमिलनाडु के आसपास के इलाकों में इसका अधिकतम प्रकोप महसूस किया गया.
चक्रवात के प्रभाव से लगातार हुई भारी बारिश और बारिश और अन्य कारणों से चेन्नई में 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तिरुपति में एक बच्चे की जान गई है. चक्रवाती तूफान मंगलवार को बापटला के करीब आंध्र प्रदेश तट को पार करते हुए अपने पीछे भारी नुकसान के निशान छोड़ गया है. अधिकारियों ने बताया कि तूफान से सड़क 770 किलोमीटर तक क्षतिग्रस्त हो गई. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, चक्रवाती तूफान के प्रभाव से 194 गांवों और दो कस्बों के लगभग 40 लाख लोग प्रभावित हुए जिसमें 25 गांव बाढ़ की चपेट में हैं.
जैसे-जैसे यह सिस्टम उत्तर की ओर आगे बढ़ेगा, कई राज्यों में बारिश होने की संभावना है. मौसम पूर्वानुमान एजेंसी का सुझाव है कि 6 दिसंबर को उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. तेलंगाना में भारी वर्षा होने की संभावना है, और 6 दिसंबर को दक्षिण छत्तीसगढ़, दक्षिण तटीय और निकटवर्ती दक्षिण आंतरिक ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में आज अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है.