जिला कुष्ठ निवारण कार्यालय, पूर्वी सिंहभूम के सौजन्य से जिला परिषद सभागार- पूर्वी सिंहभूम में दो दिवसीय प्रशिक्षण चिकित्सा पदाधिकारियों के लिए आयोजित किया गया
कुष्ठ रोग न अभिशाप है और न पिछले जन्म का पाप।कुष्ठ रोग का ईलाज सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में नि:शुल्क उपलब्ध है- श्रीमती बारी मुर्मू, अध्यक्ष- जिला परिषद, पूर्वी सिंंहभूम
जिला कुष्ठ निवारण कार्यालय, पूर्वी सिंहभूम के सौजन्य से राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत चिकित्सा पदाधिकारियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण जिला परिषद सभागार, पूर्वी सिंहभूम में आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम की शुरुआत कायचिकित्सक राज कुमार मिश्रा के द्वारा जिला परिषद के अध्यक्ष श्रीमती बारी मुर्मू , उपाध्यक्ष श्री पंकज कुमार सिन्हा,डी0एफ0आई0टी के राज्य समन्वयक डॉ0 गौतम कुमार, जिला समन्वयक कामदेव बेसरा तथा सभी चिकित्सा पदाधिकारियों को फूल का पौधा देकर सम्मानित किया गया।
श्रीमती बारी मुर्मू ने बताया कि अभी भी गाँवों में कुष्ठ रोग को छुआछूत या घृणा की दृष्टि से देखा जाता है। अभी भी शादी- ब्याह करने से पहले देखते हैं कि उस परिवार में किसी को कुष्ठ रोग है कि नहीं। कुष्ठ रोग के बारे में जनमानस को जागरूक करने की आवश्यकता है। कुष्ठ रोगी भी सामान्य रोगी जैसा घर में रहकर ईलाज ले सकते हैं तथा सामान्य जीवन जी सकते हैं।उन्होंने कुष्ठ रोग के उन्मूलन के लिए हर सम्भव मदद करने का आश्वासन दिया।
जिला परिषद के उपाध्यक्ष श्री पंकज कुमार सिन्हा ने कहा कि अभी भी हमारे समाज में कुष्ठ रोग के प्रति बहुत सारी भ्रान्तियाँ है और उन्हें हम सब मिल कर मिटाना है ।
डॉ0 गौतम कुमार ने सभी प्रतिभागियों को कुष्ठ रोग के लक्षण, प्रकार,उपचार, भ्रांतियाँ , एस0टी0, भी0एम0टी0 के बारे में विस्तार से बताया। कामदेव बेसरा ने दिव्यांग कुष्ठ रोगियों के लिए शेल्फ केयर के बारे मे जानकारी दी।
जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी सह यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ0 मृत्युंजय धावड़िया ने बताया कि पीबी मरीजों को खोजने पर जोर दिया ताकि जितना जल्दी संदेहास्पद मरीजों का पहचान होगा उतना जल्दी ईलाज शुरू किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि आज इस सभागार से जो भी सिखकर जाएंगे उसे दैनिक जीवन में उपयोग करेंगें तथा हम सभी को मिलकर कुष्ठ रोगियों को कुष्ठ रोग से ग्रसित होकर दिव्यांग होने से बचाने पर जोर दिया।
जिला कुष्ठ परामर्शी डॉ0 राजीव लोचन ने दोनों अतिथियों का आभार जताया और कहा कि कुष्ठ रोग के उन्मूलन के लिए सभी जनप्रतिनिधियों का सहयोग अपेक्षित है। डॉ0 राजीव ने पूर्वी सिंहभूम जिला में कुष्ठ उन्मूलन के लिए किए गये कार्यों से अवगत कराया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में कायचिकित्सक राज कुमार मिश्रा, अचिकित्सा सहायक बिनोद कुमार, ऋषिकेश गिरि,नितेश कुमार, अभिरंजन दास,दुर्योधन बागती,सोनाराम पूर्ति तथा मुकेश उराँव उपस्थित थे।