पुलिस एस्कॉर्ट में कोरोना वैक्सीन गुरुवार को दोपहर के समय शहर पहुंच गया है. साकची जेल चौक के पास बने कोल्ड स्टोरेज में कड़ी सुरक्षा के बीच उसे रखा गया है. इसके पहले डीएसपी सीसीआर अरविंद कुमार के निर्देशानुसार सीसीआर की वैन स्कॉट के लिये कांदरवेड़ा पुल सोनारी के पास से वैक्सिंग वैन का स्कॉट करके लायी. आधुनिक सुविधाओं से लैश साकची जेल चौक के पास पुराना सिविल सर्जन ऑफिस के पास बने कोल्ड स्टोरेज में उसे सुरक्षित रखा गया है. जानकारी हो कि 16 जनवरी से वैक्सीन दिए जाने की शुरुआत की जानी है. इसके लिए कम्युनिकेशन सेंटर एमजीएम मेडिकल कॉलेज में बनाया गया है. एनआईसी द्वारा इसकी देखरेख और निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर कराए जा रहे हैं. 16 जनवरी के पहले तक यह बनकर तैयार हो जाएगा. यहां से सीधे लिकं पर प्रधानमंत्री होंगे. वहा तैनात स्टॉफ से समय-समय पर वस्तुस्थिति की जानकारी भी प्रधानमंत्री ले सकते हैं. उल्लेखनीय है कि वैक्सीन के लिए जिले में कुल 12 सेंटर बनाए गए हैं. इनमें एमजीएम हॉस्पिटल, टीएमएच, जुगसलाई कम्युनिटी हेल्थ सेंटर, परसुडीह सदर हॉस्पिटल, बिरसानगर का अर्वन कॉम्यूनिटी हेल्थ सेंटर समेत नौ अन्य जगहों पर वैक्सिंग सेंटर बनाए गए हैं. जहां लोगों को वैक्सिंग के ड्राफ्ट दिए जाएंगे.
कर्मचारियों के रजिस्ट्रेन का कार्य पूरा
जानकारी के मुताबिक इसके लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू की गई है. पहले चरण में कुल 15000 कर्मचारियों के रजिस्ट्रेशन का पूरा कर लिया जाना है. जो स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और फ्रंटलाइन वर्कर होंगे. फ्रंटलाइन वर्करों का रजिस्ट्रेशन भी गुरुवार से शुरू किया गया है. विभागीय जानकारी के मुताबिक फ्रंटलाइन वर्करों की संख्या लगभग 30 हजार है, जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा कर्मचारी, शिक्षक, पत्रकार वर्ग, चौकियों पर तैनात कर्मचारी समेत अन्य लोग शामिल हैं. इसके लिए एक प्रक्रिया होगी. प्रक्रिया के तहत एक फॉर्म भरना होगा. वह फॉर्म जमा होने के बाद उसे चेक कर अनुमति प्रदान की जायेगी अनुमति मिलने के बाद उसे रजिस्टर में दर्ज किया जायेगा और वैसे लोगों को वैक्सिंग का ड्राफ्ट पहले दिया जाना है.