Close Menu
Rashtra SamvadRashtra Samvad
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • होम
    • राष्ट्रीय
    • अन्तर्राष्ट्रीय
    • राज्यों से
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
      • ओड़िशा
    • संपादकीय
      • मेहमान का पन्ना
      • साहित्य
      • खबरीलाल
    • खेल
    • वीडियो
    • ईपेपर
      • दैनिक ई-पेपर
      • ई-मैगजीन
      • साप्ताहिक ई-पेपर
    Topics:
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Rashtra SamvadRashtra Samvad
    • रांची
    • जमशेदपुर
    • चाईबासा
    • सरायकेला-खरसावां
    • धनबाद
    • हजारीबाग
    • जामताड़ा
    Home » नारायण आईटीआई लुपुंगडीह में स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस जी की जयंती मनाई एवं तस्वीर पर श्रद्धा सुमन किया अर्पित
    Breaking News जमशेदपुर झारखंड

    नारायण आईटीआई लुपुंगडीह में स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस जी की जयंती मनाई एवं तस्वीर पर श्रद्धा सुमन किया अर्पित

    Devanand SinghBy Devanand SinghAugust 12, 2024No Comments3 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link

     

    नारायण आईटीआई लुपुंगडीह में स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस जी की जयंती मनाई एवं तस्वीर पर श्रद्धा सुमन किया अर्पित

    नारायण आईटीआई लुपुंगडीह चांडिल में स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस जी की जयंती मनाई गई एवं उनके तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया इस अवसर पर संस्थान के संस्थापक डाक्टर जटाशंकर पांडे जी ने कहा कि भारतीय स्वाधीनता के लिये खुदी राम बोस ने मात्र 18 वर्ष की आयु में भारतवर्ष की स्वतन्त्रता के लिए फाँसी पर चढ़ गये।

     

     

    कुछ इतिहासकारों की यह धारणा है कि वे अपने देश के लिये फाँसी पर चढ़ने वाले सबसे कम उम्र के ज्वलन्त तथा युवा क्रान्तिकारी देशभक्त थे। किंतु खुदीराम से पूर्व 17 जनवरी 1872 को 68 कूकाओं के सार्वजनिक नरसंहार के समय 13 वर्ष का एक बालक भी शहीद हुआ था। उपलब्ध तथ्यानुसार उस बालक को, जिसका नंबर 50वाँ था, जैसे ही तोप के सामने लाया गया, उसने लुधियाना के तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर कावन की दाढ़ी कसकर पकड़ ली और तब तक नहीं छोड़ी जब तक उसके दोनों हाथ तलवार से काट नहीं दिये गए बाद में उसे उसी तलवार से मौत के घाट उतार दिया गया था।

     

     

    स्कूल छोड़ने के बाद खुदीराम रिवोल्यूशनरी पार्टी के सदस्य बने और वन्दे मातरम् पैफलेट वितरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। 1905 में बंगाल के विभाजन (बंग-भंग) के विरोध में चलाये गये आन्दोलन में उन्होंने भी बढ़-चढ़कर भाग लियाफरवरी 1906 में मिदनापुर में एक औद्योगिक तथा कृषि प्रदर्शनी लगी हुई थी। प्रदर्शनी देखने के लिये आसपास के प्रान्तों से सैंकडों लोग आने लगे। बंगाल के एक क्रान्तिकारी सत्येन्द्रनाथ द्वारा लिखे ‘सोनार बांगला’ नामक ज्वलंत पत्रक की प्रतियाँ खुदीरामने इस प्रदर्शनी में बाँटी। एक पुलिस वाला उन्हें पकडने के लिये भागा। खुदीराम ने इस सिपाही के मुँह पर घूँसा मारा और शेष पत्रक बगल में दबाकर भाग गये।

     

     

    इस प्रकरण में राजद्रोह के आरोप में सरकार ने उन पर अभियोग चलाया परन्तु गवाही न मिलने से खुदीराम निर्दोष छूट गयेमुज़फ्फरपुर जेल में जिस मजिस्ट्रेट ने उन्हें फाँसी पर लटकाने का आदेश सुनाया था, उसने बाद में बताया कि खुदीराम बोस एक शेर के बच्चे की तरह निर्भीक होकर फाँसी के तख्ते की ओर बढ़े थे। जब खुदीराम शहीद हुए थे तब उनकी आयु 18 वर्ष थी। शहादत के बाद खुदीराम इतने लोकप्रिय हो गए कि बंगाल के जुलाहे उनके नाम की एक खास किस्म की धोती बुनने लगे। इस अवसर मुख्य रूप से मौजूद रहे ऐडवोकेट निखिल कुमार, शान्ति राम महतो, अरुण पांडेय, देव कृष्णा महतो, पवन कुमार महतो, अजय कुमार मंडल, निमाइ मंडल आदि उपस्थित थे

    Share. Facebook Twitter Telegram WhatsApp Copy Link
    Previous Articleआशीर्वाद स्वरूप जीत के लिए समाज का आभार..माला चौधरी महिला हित के लिए काम करने वाला बने अध्यक्ष
    Next Article भारत  की आजादी में शहीदों के सरताज सरदार जी

    Related Posts

    निजी विद्यालयों के प्रवेश कक्षा में आरक्षित सीट पर नामांकन संबंधी जानकारी

    May 14, 2025

    रोहित और कोहली की जगह लेने के लिये भारत के पास कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी : एंडरसन

    May 14, 2025

    खिलाड़ियों की उपलब्धता के लिये विदेशी बोर्ड पर दबाव बना रहा है बीसीसीआई

    May 14, 2025

    Comments are closed.

    अभी-अभी

    निजी विद्यालयों के प्रवेश कक्षा में आरक्षित सीट पर नामांकन संबंधी जानकारी

    रोहित और कोहली की जगह लेने के लिये भारत के पास कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी : एंडरसन

    खिलाड़ियों की उपलब्धता के लिये विदेशी बोर्ड पर दबाव बना रहा है बीसीसीआई

    छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में ‘गोपनीय’ सैनिक ने की आत्महत्या

    पुणे और मुंबई में 10 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ जब्त तीन गिरफ्तार

    भारतीय मूल की अनीता आनंद कनाडा की विदेश मंत्री बनीं, सिद्धू को अंतरराष्ट्रीय व्यापार विभाग मिला

    अंतरराष्ट्रीय सहयोग- क्षेत्रीय स्थिरता और आंतरिक सुशासन को दी जाए प्राथमिकता

    सीआईएसएफ बोलानी युनिट द्वारा झिंकड़ा जलप्रपात क्षेत्र मे चला सफाई अभियान

    देश की सम्मान और अस्मिता की रक्षा करने में भारत सक्षम – प्रो मित्रेश्वर

    गौड़ समाज की बेटी यज्ञसिनी प्रधान 94 प्रतिशत अंक अर्जित कर बनी डीएवी बिस्टुपुर की टॉपर, समाज में हर्ष की लहर

    Facebook X (Twitter) Telegram WhatsApp
    © 2025 News Samvad. Designed by Cryptonix Labs .

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.