आदिवासियों के नाम पर जेएमएम ने महज़ राजनीति किया रघुवर सरकार ने दिया सम्मान : हांसदा
● जनजातीय प्रभाव वाले राज्य के 28 में से 25 सीटों पर भाजपा हासिल करेगी आसान जीत : हांसदा
आदिवासियों के नाम पर पहले झामुमो महज़ राजनीति करती थी रघुवर सरकार ने सम्मान देने की प्रतिबद्धता दिखाई। जनजातीय समस्याओं के त्वरित समाधान के आशय से पहली बार रघुवर सरकार ने ही पहल करते हुए अनुसूचित जनजाति आयोग के गठन का फ़ैसला लिया। उक्त बातें भारतीय जनता पार्टी की ओर से जारी बयान में पार्टी के प्रदेश स्तरीय नेता रमेश हांसदा ने कही। रमेश हांसदा गुरुवार को साकची स्थित भाजपा कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थें। इस दौरान उन्होंने जेएमएम समेत झारखंड नामधारी दलों पर आदिवासियों को ठगने का सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि आदिवासी और जनजातीय वर्ग को झारखंड मुक्ति मोर्चा ने केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया। सरकार में रहने के बावजूद कभी हेमंत सोरेन ने आदिवासी समाज के उत्थान की सुध नहीं लिया। सर्वदा ही जनजातीय वर्ग को विकास से वंचित और उपेक्षित रखा गया। रमेश हांसदा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जनजातीय छात्रों समेत समूचे आदिवासी समाज के विकास को प्रतिबद्ध है। प्राथमिकता के साथ सरकार ने समाज को मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया है। कहा कि 2014 तक जनजाति उपयोजना बजट महज़ 11997 करोड़ रुपये की थी जबकि 2019 में जनजाति उपयोजना बजट को रघुवर सरकार ने बढ़ाकर 20764 रुपये किया। 1550 सरना मसना स्थलों की घेराबंदी के आदिवासी संस्कृति के संवर्धन में तत्परता दिखाई। कहा कि सरना धर्म कोड के मामले को भी भारतीय जनता पार्टी पूरी संवेदनशीलता के साथ देखते हुए पहल कर रही है। प्रदेश भाजपा ने इस मामले में केंद्र-राज्य सरकार से उचित निर्णय लेने का आग्रह किया है। कहा कि आदिवासी संस्कृति और अधिकारों को भाजपा ने सर्वदा से सम्मान दिया है। दावा किया कि अबकी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी आदिवासी बहुल क्षेत्रों के 25 सीटों पर बहुमत प्राप्त करेगी और पूरे राज्य में 65 प्लस के चुनावी लक्ष्य को बहुत आसानी से भाजपा हासिल करेगी। पत्रकार वार्ता के दौरान विशेष रूप से भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी अंकित आनंद, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला महामंत्री बिनानंद सिरका, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष मुचिराम बाउरी समेत अन्य मौजूद थें।