चुनावी वादे को पूरा करने सूर्य की रोशनी को पृथ्वी तक आने से रोकना चाहती है बाइडन सरकार
न्यूयार्क. बाइडन प्रशासन इस तरह के शोधकार्यों को बढ़ावा देने का मन बना रहा है जिससे सूर्य से पृथ्वी पर आने वाली किरणों को ही रोका जा सके. और यह सब काम किसी एक देश के खिलाफ नहीं बल्कि पूरी की पूरी पृथ्वी को बचाने के लिए किया जा रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि सराकर ऐसा ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए कर रही है.
अमेरिकी सरकार ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए इन अनोखे तरीकों पर विचार कर इनमें निवेश करने का फैसला किया है. इसके लिए स्ट्रैटोस्फियरिक एरोसॉल इंजेक्शन (एसएआई), मरीन क्लाउड ब्राइटनिंग और सिरस क्लाउड थिनिंग जैसी सोलर जियोइंजीनियरिंग तकनीकों पर मंथन किया जा रहा है. व्हाइट हाउस की वेबसाइट पर यह शोध प्रकाशित हुआ है कि जिसमें बताया गया है कि बाइडन प्रशासन उन सोलरजियोइंजीनियरिंग तकनीकों पर काम कर रही है जो सूर्य से पृथ्वी की ओर आने वाली रोशनी को रोकने काम करेंगी. यह रिपोर्ट व्हाइट हाउस के ऑफिस ऑफ साइंड एंड टेक्नोलॉजी ने जारी की जिसे कांग्रेस में प्रस्तुत किया जाता है. रिपोर्ट में बताया गया है कि एक खास टीम इस पर काम करेगी.इसके जरिए जो बाइडन की डेमोक्रेटिक सरकार उस चुनावी वायदे को पूरा करने का प्रयास कर रही है. पिछले चुनाव में बाइडन ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए विशेष तौर पर ध्यान देने का वादा किया था. और इसके जरिए दुनिया को ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों को कम किया जाएगा. ये तकनीकें सूर्य से आने वाली किरणों को हलका और कमजोर कर देंगी जिससे की पृथ्वी पर ऊष्मा कम हो सकेगी.
यह खबर दो बातों के लिहाज से अहम मानी जा रही है. इससे पहले अमेरिका में डोनाल्ट ट्रम्प की रिपब्लिकन सरकार ने अंतरिक्ष अनुसंधानों पर ज्यादा खर्च किया था, लेकिन डेमोक्रेटस की वर्तमान सरकार जलवायु परिवर्तन पर ज्यादा जो दे रही है. इसके अलावा सरकार पर बढ़ते खर्चों परका भी बहुत ही ज्यादा दबाव है. ऐसे में सौलर जियोइंजीनियरिंग तकनीकों को खंगालना सवाल पैदा कर सकता है.