मंझौल., बेगूसराय:52 शक्तिपीठों में से एक माता जयमंगला मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय सहस चंडी महायज्ञ एवं राम कथा का समापन बुधवार को विधि विधान के साथ संपन्न हुआ. समापन समारोह में क्षेत्र विभिन्न गन्यमान अतिथि एवं जनप्रतिनिधि शामिल हुए. जानकारी के अनुसार विगत 14 मई से कलश शोभायात्रा के साथ शुभारंभ उक्त रामकथा महायज्ञ में आयोजक अनंत श्री सच्चिदानंद शरण जी महाराज ने महायज्ञ एवं रामकथा के माध्यम से निरंतर नौ दिनों तक ईश्वर की संप्राप्ति के विभिन्न मार्गों का दर्शन अपने मधुर वाचन से श्रोताओं को कथा श्रवण कराया. तथा यज्ञ के दौरान लगातार 9 दिनों तक नित्य पूजा अर्चना, अग्नि मंथन, हवन, राम कथा, वृंदावन से आए कलाकारों द्वारा दिव्य रासलीला, कीर्तन, रामधुनी (नवाह ) एवं रामायण पाठ जैसे कार्यक्रम में श्रद्धालुओं की अच्छी खासी भीड़ देखी गई. श्रद्धालु कथा श्रवण कर ईश्वर के ध्यान मग्न दिखे. अनंत श्री महाराज ने बताया कि यज्ञ जन कल्याण के लिए किया जाता है. हमारा संकल्प यह है कि यह महायज्ञ सभी 52 शक्तिपीठों में एक-एक कर हर जगह करना है. जिसमें माता जयमंगला जो 52 शक्तिपीठ में से एक हैं. उनके प्रांगण में प्रथम यज्ञ आयोजित किया गया है. यह प्रथम यज्ञ मैं माता जयमंगला के चरणों में समर्पण करता हूं. वहीं अनंत श्री महाराज ने कहा इस यज्ञ से समस्त क्षेत्रवासी को सुख, शांति, समृद्धि एवं सद्भावना की प्राप्ति होगी. पूरे क्षेत्र का लोक कल्याण होगा. महायज्ञ के सफल आयोजन में स्थानीय लोगों का भी सराहनीय योगदान रहा. तथा लोगों ने हरेक स्तर पर बढ़-चढ़कर सहयोग किया. खासकर प्रबुद्ध ग्रामीण विवेकानंद सिंह, रामचंद्र सिंह (महन्थ जी ), उमाकांत सिंह, उमेश प्रसाद सिंह, दिग्विजय सिंह, नरेश प्रसाद सिंह, गौरव कुमार, अमन कुमार, अंगद कुमार, अभिषेक कुमार, निरंजन सिंह, कारू सिंह सहित अन्य लोग तत्पर दिखे.