डुमरी विधानसभा उपचुनाव में झामुमो प्रत्याशी बन सकती हैं ‘टाइगर’ की धर्मपत्नी बेबी
मुकेश रंजन संवाददाता
रांची: टाइगर कहे जाने वाले जगरनाथ महतो झारखंड में महतो समाज का दमदार प्रतिनिधित्व करते थे। जानकारी के अनुसार, झारखंड में इस समाज का वोट अधिक है। जगरनाथ महतो के चुनाव लड़ने के समय इस समाज का अधिकांश मतदान केवल टाइगर के नाम पर झामुमो को मिलता रहा है।
अब जब जगरनाथ महतो नहीं हैं तो राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण बात है कि उनकी जगह किसी ऐसे नेता को आगे बढ़ाया जाए, जिससे झामुमो के साथ महतो वोट का बड़ा हिस्सा पार्टी से जुड़ा रहे। आगे आने वाले समय में डुमरी विधानसभा का उपचुनाव होगा और इसके लिए झामुमो का प्रत्याशी कौन हो, यह भी राजनीतिक का रूख तय करेगा।
अखिलेश महतो की उम्र 25 वर्ष से कम –
झामुमो सूत्रों से मिल रही जानकारी बता रही है कि जगरनाथ महतो के निधन से हुई खाली सीट पर उनकी पत्नी बेबी देवी को उपचुनाव में उतारा जा सकता है। टाइगर जगरनाथ महतो के पुत्र अखिलेश महतो की उम्र 25 वर्ष से कम है, ऐसी परिस्थिति में अभी वे चुनाव नहीं लड़ सकते।
छोटानागपुर प्रमंडल में महतो वोटरों का महत्व –
राज्य में राजनीतिक दृष्टि से उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल में देखें तो यहां कुर्मी महतो समाज बहुत प्रभावशाली है। इस प्रमंडल में आधे से ज्यादा विधानसभा और दो लोकसभा सीटों पर जीत-हार का फैसला महतो समाज करता है। समाज में जगरनाथ महतो की पकड़ को मुख्यमंत्री बखूबी समझते हैं। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को बहुमत मिलने के बाद यह कयास लगाया जा रहा था कि मंत्रिमंडल में महतो समाज से मथुरा महतो को जगह दी जाएगी। लेकिन, हेमंत सोरेन ने सभी कयासों पर विराम लगाते हुए जगरनाथ महतो को मंत्रिमंडल में शामिल किया था। इसकी वजह समझने में किसी को क्या दिक्कत हो सकती है।
जगरनाथ महतो के निधन के बाद छठा उपचुनाव –
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन के बाद झारखंड मैं छठा विधानसभा उपचुनाव होगा। इससे पहले पांच विधानसभा क्षेत्रों- दुमका, मधुपुर, बेरमो , मांडर और रामगढ़ में उपचुनाव हुआ है।
दुमका और मधुपुर में झामुमो, बेरमो और मांडर में कांग्रेस अपनी-अपनी सीटें निकालने में सफल रहीं लेकिन, रामगढ़ में कांग्रेस की सीट को महागठबंधन की ताकत नहीं रोक पाई। रामगढ़ सीट पर आजसू ने वापसी की। अब देखना है कि डुमरी विधानसभा उप-चुनाव का नतीजा किस ओर दमदार रूप में सामने आता है।
कुर्मी विकास परिषद् भी युवा नेता अखिलेश के समर्थन में – झारखंड कुर्मी विकास परिषद् के केंद्रीय अध्यक्ष रणधीर कुमार चौधरी ने कहा कि शिक्षा मंत्री प्रदेश के ही नहीं अन्य प्रदेशों के कुर्मी समाज की आवाज थे। वे राज्य ही नहीं अन्य प्रदेशों में भी कुर्मी समाज को दिवंगत जगरनाथ महतो ने जागरुक किया है। उनका बलिदान को समाज व्यर्थ नहीं जाने देगी।