कान फिल्म महोत्सव में ऐश्वर्या का ‘सिंदूर’ बना चर्चा का विषय
पूर्व विश्व सुंदरी एवं अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन एक बार फिर कान फिल्म महोत्सव में साड़ी पहनकर रेड कार्पेट पर पहुंची लेकिन इस बार उनकी मांग में सजा ‘सिंदूर’ चर्चा का केंद्र बन गया। मनीष मल्होत्रा की डिजाइन की गई आइवरी साड़ी पहने हुए ऐश्वर्या फिल्म महोत्सव के रेड कार्पेट पर छा गईं। ऐश्वर्या 20 वर्षों से अधिक समय से कान फिल्म महोत्सव में नियमित रूप से शिरकत करती आईं है। ऐश्वर्या का यह लुक क्या ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारतीय सशस्त्र बलों के प्रति एक सम्मान था, या क्या यह पति अभिषेक बच्चन के साथ लंबे समय से चल रही उनकी अनबन की अफवाहों को शांत करने का उनका तरीका था? सिंदूर एक ऐसा शब्द है जो मौजूदा समय में बैठक कक्षों, कार्यालयों और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर भावुक चर्चा के केंद्र में है। बुधवार की शाम को जैसे ही ऐश्वर्या कान फिल्म महोत्सव में क्रोइसेट सीढ़ियों पर उतरीं, उनके फोटो और वीडियो तेजी से इंटरनेट पर प्रसारित होने लगे। यह शायद पहली बार है जब ऐश्वर्या कान फिल्म महोत्सव में सिंदूर लगाकर रेड कार्पेट पर पहुंची हैं। मांग में सिंदूर किसी हिंदू महिला के विवाहित होने का प्रतीक होता है। ऐश्वर्या आईवरी रंग की बारीक बुनी हुई बनारसी साड़ी, हाथ से तैयार टिशू के दुपट्टे और गले में हीरे और माणिक जड़ा हार पहनकर रेड कार्पेट पर पहुंची, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा उनके सिंदूर की हो रही है। वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त उन कई लोगों में से एक थीं जिन्होंने ऐश्वर्या के साड़ी-सिंदूर लुक को पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा सात मई को किए गए मिसाइल हमलों से जोड़ा। बरखा दत्त ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कान में ऐश्वर्या राय की यह वायरल तस्वीर कई लोगों द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के लिए एक मौन सलाम मानी जा रही है।’’ एक व्यक्ति ने ‘एक्स’ पर अपनी पोस्ट में ऐश्वर्या को एक सच्ची देशभक्त और भारतीय नारी बताया। एक पोस्ट में कई विकल्प दिए गए: “आपका क्या कहना है- ऐश्वर्या राय का सिंदूर दिखाना: (क) ऑपरेशन सिंदूर को सलामी देना है, (ख) पति अभिषेक बच्चन से अलगाव की अफवाहों को रोकने की दिशा में एक इशारा है (ग) या बस एक फैशन स्टेटमेंट है।”