दुनिया भर में माइक्रोसॉफ्ट के प्रौद्योगिकी व्यवधान से एयरलाइन, वित्तीय सेवाएं प्रभावित
नयी दिल्ली, 19 जुलाई (भाषा) माइक्रोसॉफ्ट से संबंधित तीसरे पक्ष के सॉफ्टवेयर मंच के ‘अपडेट’ की वजह से विंडोज संचालित उपकरणों के प्रभावित होने से शुक्रवार को भारत सहित दुनियाभर में प्रौद्योगिकी संबंधी व्यवधान का सामना करना पड़ा।
इस व्यवधान से विमानन, मीडिया एवं वित्तीय सेवाएं प्रभावित हुईं तथा कई अन्य कंपनियों का कामकाज भी प्रभावित हुआ। साथ ही कुछ कंपनियों के सॉफ्टवेयर पर निर्भरता की सीमाएं भी उजागर हुईं।
साइबर सुरक्षा कंपनी ‘क्राउडस्ट्राइक’ के अनुसार माना जा रहा है कि इस समस्या की वजह कोई सुरक्षा गड़बड़ी या साइबर हमला नहीं है।
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि वह तीसरे पक्ष के सॉफ्टवेयर मंच के ‘अपडेट’ की वजह से विंडोज संचालित उपकरणों के प्रभावित होने की समस्या से अवगत है।
कई घंटे तक संकट बने रहने के बाद प्रौद्योगिकी कंपनी ने कहा है कि वह धीरे-धीरे माइक्रोसॉफ्ट 365 ऐप और सेवाओं तक पहुंच को प्रभावित करने वाली समस्या को ठीक कर रही है।
इस संकट से भारत में एयरलाइन परिचालन बाधित हुआ, जिससे हजारों लोग प्रभावित हुए।
कई एयरलाइन कंपनियों ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर बयान जारी कर कहा कि वे मैनुअल ढंग से चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रिया का पालन कर रही हैं। उन्होंने तकनीकी समस्याओं के कारण देरी होने की जानकारी दी।
इंडिगो, स्पाइसजेट और अकासा को अपने नेटवर्क पर ऑनलाइन चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रियाओं में व्यवधान का सामना करना पड़ा, जिसके कारण उन्हें ‘ऑफलाइन’ माध्यम से काम करना पड़ा।
नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने यात्रियों को आश्वासन दिया कि उनका मंत्रालय और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) न्यूनतम व्यवधान सुनिश्चित करने के लिए ‘ऑफलाइन’ माध्यम से स्थिति को सक्रियता से संभालने में लगे हुए हैं।
इंडिगो ने ‘एक्स’ पर कहा, “हमारे सिस्टम फिलहाल माइक्रोसॉफ्ट के व्यवधान की वजह से प्रभावित हैं जिसका असर अन्य कंपनियों पर भी पड़ रहा है। इस दौरान बुकिंग, चेक-इन, बोर्डिंग पास तक पहुंच और कुछ उड़ानें भी प्रभावित हो सकती हैं।”
इस व्यवधान के कारण रायपुर में इंडिगो एयरलाइंस की कम से कम नौ उड़ानें रद्द कर दी गईं। एक अधिकारी ने बताया कि कोलकाता आने-जाने वाली कम से कम 25 उड़ानें रद्द कर दी गयी हैं। चेन्नई हवाई अड्डे पर नियमित यात्री सेवा गतिविधियां बाधित हुईं।
सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि उनका मंत्रालय माइक्रोसॉफ्ट के संपर्क में है और एनआईसी नेटवर्क व्यवधान से प्रभावित नहीं है।
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत गठित कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल सर्ट-इन ने ‘क्राउडस्ट्राइक अपडेट’ की वजह से माइक्रोसॉफ्ट सेवाओं में आई रुकावट पर एक सलाह जारी करते हुए इसे ‘गंभीर’ समस्या बताया है।
सर्ट-इन ने अपनी सलाह में कहा, “यह बताया गया है कि क्राउडस्ट्राइक एजेंट ‘फाल्कन सेंसर’ से संबंधित विंडोज होस्ट को व्यवधान का सामना करना पड़ रहा है और हाल ही में आए अपडेट के कारण विंडोज क्रैश हो जा रहा है। संबंधित विंडोज सिस्टम को फाल्कन सेंसर से संबंधित ‘ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (बीएसओडी)’ का सामना करना पड़ रहा है।”
माइक्रोसॉफ्ट संकट से भारतीय बैंक और भुगतान प्रणाली अप्रभावित रहे। हालांकि इस संकट से दुनिया भर में वित्तीय सेवा कंपनियां प्रभावित हुईं।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी दिलीप असबे ने कहा कि कुल मिलाकर यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस सहित देश की भुगतान प्रणाली अप्रभावित रही है।
निजी क्षेत्र के बड़े बैंकों में शामिल एचडीएफसी बैंक ने भी कहा कि संकट का उस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।
एचडीएफसी बैंक में सूचना प्रौद्योगिकी के समूह प्रमुख रमेश लक्ष्मीनारायणन ने कहा, ”हमारी प्रणाली वैश्विक संकट से अप्रभावित हैं। बैंकिंग परिचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।”
आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक के अधिकारियों ने भी कहा कि उनकी प्रणाली ठीक काम कर रही है और संकट का कोई प्रभाव नहीं है।
दो प्रमुख भारतीय शेयर बाजारों एनएसई और बीएसई ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट सेवाओं में रूकावट से उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।
वहीं भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा कि देश के 10 बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के कामकाज में मामूली व्यवधान पैदा हुआ, जिसे या तो हल कर लिया गया या समाधान किया जा रहा है।
देश की अग्रणी वाहन विनिर्माता मारुति सुजुकी इंडिया ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट सिस्टम के वैश्विक व्यवधान के कारण वह आंशिक रूप से प्रभावित हुई और उत्पादन एवं वाहनों की आपूर्ति कुछ समय के लिए बाधित हुई।
इस समस्या ने माइक्रोसॉफ्ट 365 ऐप और सेवाओं को प्रभावित किया।
माइक्रोसॉफ्ट के एक प्रवक्ता ने कहा, ”हमें उम्मीद है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाल लिया जाएगा।”
न्यूजीलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री डेविड सेमोर ने कहा कि देश के अधिकारी वैश्विक समस्या के “संभावित प्रभावों को समझने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं।”