जमशेदपुर डुमरिया प्रखंड के छोटा अस्ति गांव के 12 परिवारों को विगत अक्टूबर माह में सोहराय पर्व मनाने के बाद गांव से ही बहिष्कृत होना पड़ा, गांव के प्रधान के अनुसार पर्व नहीं मानने पर प्रधान ने तुगलकी फरमान सुनाया अब ग्रामीण दर दर की ठोकर खाने को मजबूर ह
पहले ग्रामीणों का एक प्रतिनिधि मंडल जिले के सांसद विद्युत वरण महतो से मुलाकात कर जल्द से जल्द समस्या का निदान करने की मांग की तत्पश्चात ये सभी जिले के उपायुक्त से मिलकर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया, ग्रामीणों ने बताया कि विगत 27,28 व 29 अक्टूबर को सोहराय पर्व मनाया पर्व ग्राम प्रधान के अनुसार नहीं मनाए जाने पर ग्राम प्रधान रुपए हंसदा ने गांव के 12 परिवारों को बहिष्कृत कर दिया है,बच्चों को गांव के अन्य बच्चों के साथ स्कूल नहीं जाने दिया जा रहा है
मैदान में खेलने नहीं दिया जा रहा है सरकारी योजनाओं का लाभ इन्हें नहीं मिल रहा है, खेती किसानी के लिए जब किसी व्यक्ति को बुलाया जाता है तो उसे मार पीटने की धमकी दी जाती है ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम प्रधान के तुगलकी फरमान से ग्रामीण डरे सहमे है,उपायुक्त से मुलाकात कर जल्द से जल्द इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की