आतंक के खिलाफ अपने लोगों की रक्षा करने के भारत के अधिकार को विभिन्न देशों ने मान्यता दी: जयशंकर
नयी दिल्ली, 28 मई (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि भारत ने पहलगाम हमले के मद्देनजर आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करके ‘‘दृढ़ और सटीक’’ जवाब दिया तथा आतंकवाद के खिलाफ अपने लोगों की रक्षा करने के देश के अधिकार को दुनिया भर के देशों ने भी मान्यता दी है।
यहां इतालवी दूतावास में आयोजित एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में उन्होंने 22 अप्रैल को हुए बर्बर आतंकवादी हमले के बाद इटली द्वारा व्यक्त की गई एकजुटता को भी याद किया। पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी।
विदेश मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत-इटली द्विपक्षीय संबंध ‘‘निस्संदेह उन्नति की ओर अग्रसर हैं।’’
यह कार्यक्रम बुधवार शाम इटली के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया।
जयशंकर ने कहा, ‘‘हम जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले के बाद भारत के प्रति इटली की एकजुटता और समर्थन के लिए आभारी हैं। भारत ने आतंकवादी केंद्रों और ठिकानों को नष्ट करके दृढ़, सटीक जवाब दिया।’’
भारत ने पहलगाम हमले के जवाब में छह मई की देर रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सटीक हमलों के साथ पाकिस्तान और पाक के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी शिविरों को नष्ट कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवादी कृत्यों के खिलाफ अपने लोगों की रक्षा करने के भारत के अधिकार को दुनिया भर के देशों ने भी मान्यता दी है। हमारा मानना है कि दुनिया आतंकवाद और सीमा पार आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता रखेगी।’’
अपने संबोधन में जयशंकर ने कहा कि इटली के साथ भारत की रणनीतिक साझेदारी ‘‘साझा मूल्यों और आपसी हितों’’ पर आधारित है। उन्होंने कहा कि यह बात जी-20 जैसे मंचों और जी-20 तथा जी-7 मंचों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी इतालवी समकक्ष जॉर्जिया मेलोनी के बीच हुई बैठकों से स्पष्ट होती है।
उन्होंने रेखांकित किया कि भारत की इटली के साथ साझेदारी भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा, वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन, भारत-प्रशांत महासागर पहल, अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन और आपदा रोधी अवसंरचना के लिए गठबंधन जैसी बहुपक्षीय पहल में भी है।
जयशंकर ने कहा, ‘‘पिछले साल नवंबर में दोनों प्रधानमंत्रियों (मोदी-मेलोनी) द्वारा 2025-29 के लिए संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना (जेएसएपी) को अपनाने के बाद हमारे द्विपक्षीय संबंध प्रगाढ़ हुए हैं। हमें उम्मीद है कि जेएसएपी में प्रदान की गई रूपरेखा हमारे समाजों और लोगों के लिए ठोस और व्यावहारिक परिणाम देगी।’’
विदेश मंत्री ने कहा कि व्यापार और आर्थिक सहयोग दोनों देशों की साझेदारी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। जयशंकर ने यह भी रेखांकित किया कि इटली में भारतीय प्रवासी समुदाय यूरोप में सबसे बड़ा है और विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान के लिए सराहना की जाती है।
विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘चाहे हिंद-प्रशांत क्षेत्र हो या हिंद-भूमध्यसागर क्षेत्र, प्रायद्वीपीय राष्ट्रों के रूप में भारत और इटली सामुद्रिक हितों को साझा करते हैं तथा नौवहन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्धता रखते हैं। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में इटली की अधिक उपस्थिति तथा इसके अंतर्गत गतिविधियां संचालित करना…निश्चित रूप से हमारे सहयोग को और बढ़ावा देगा।’’