राजौरी. जम्मू-कश्मीर के राजौरी में शुक्रवार सुबह सैन्य शिविर के बाहर गोलीबारी की घटना में 2 आम नागरिकों की मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया. सेना के अधिकारियों ने गोलीबारी और आम नागरिकों के हताहत होने की घटना के लिए अज्ञात आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि अधिकारियों ने पहले कहा था कि सेना के एक जवान ने कथित रूप से गोलीबारी की जिससे लोग हताहत हुए.
इसके बाद स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए और सेना के शिविर के अल्फा गेट के बाहर हुई हत्याओं के विरोध में शिविर पर पथराव किया. गुस्साए स्थानीय लोगों ने जम्मू-पुंछ राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित कर दिया और घटना के संबंध में जांच की मांग की. गुस्साए स्थानीय लोगों को शांत कराने के लिए वरिष्ठ असैन्य एवं पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे.
उन्होंने कहा कि घटना सुबह करीब सवा छह बजे हुई जब स्थानीय लोगों का एक समूह काम के लिए सैन्य शिविर के अल्फा गेट के पास जा रहा था. अधिकारियों ने मृतकों की पहचान कमल कुमार और सुरिंदर कुमार के रूप में की है. दोनों ही राजौरी के फरियाना वार्ड नंबर-15 के निवासी थे. गोलीबारी में घायल अनिल कुमार उत्तराखंड के निवासी हैं, जिनका सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है.
सेना के व्हाइट नाइट कोर ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर कहा कि सैन्य अस्पताल के पास राजौरी में सुबह अज्ञात आतंकवादियों की गोलीबारी की घटना में दो लोगों की मौत हो गई है. पुलिस, सुरक्षा बल और नागरिक प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं.
अधिकारी ने कहा कि शहर में स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है. एसएसपी राजौरी मोहम्मद असलम चौधरी ने बताया कि मारे गए दोनों व्यक्ति सेना के लिए पोर्टर का काम करते थे. गुस्साए स्थानीय लोगों ने मृतकों के परिवार के लिए 10-10 लाख रुपए का मुआवजा, उनके सगे-संबंधियों के लिए नौकरी, बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा की मांग की है.