प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गोवा में मोपा इंटरनैशनल हवाई अड्डे का उद्घाटन किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गोवा में मोपा इंटरनैशनल हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। 2014 में मोदी के कार्यभार संभालने के बाद से देश में चालू एयरपोर्ट की संख्या 74 से लगभग दोगुनी होकर 140 से ज्यादा हो गई है। उन्होंने कहा कि सरकार की अगले पांच साल में 220 एयरपोर्ट को डिवेलप करने और चालू करने की योजना है।
पणजी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गोवा में मोपा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार केंद्र मे थी तब इस हवाई अड्डे की प्लानिंग हुई थी।
मगर उनकी सरकार जाने के बाद इस हवाई अड्डे के लिए बहुत कुछ नहीं किया गया। लंबे समय तक ये प्रोजेक्ट लटका रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2014 के बाद हमने सभी प्रक्रियाएं तेजी से शुरू की और 6 साल पहले मैंने यहां आकर इसकी आधारशिला रखी। कई अड़चनों के बाद आज ये शानदार हवाई अड्डा बनकर तैयार है। इसदौरान पीएम मोदी ने कहा कि गोवा में नए मोपा हवाई अड्डा का नाम मनोहर पर्रिकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा रखा जाएगा।
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर 2016 में मोपा इंटरनैशनल एयरपोर्ट की आधारशिला रखी थी। यह गोवा में दूसरा हवाई अड्डा है। पहला एयरपोर्ट डाबोलिम में है। डाबोलिम में कोई कार्गो टर्मिनल नहीं था, वहीं मोपा पर 25,000 मीट्रिक टन की क्षमता वाली सुविधा होगी। मोपा में नाइट पार्किंग सुविधा भी है, जो डाबोलिम पर उपलब्ध नहीं थी। मोपा एयरपोर्ट के चालू होने के साथ इसकी कुल क्षमता 1.3 करोड़ प्रति वर्ष हो जाएगी।
पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस हवाई अड्डे से निश्चित रूप से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। 2 हवाई अड्डा होने से कार्गो हब के रूप में भी गोवा के लिए संभावनाएं बहुत बढ़ गई हैं। पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले सरकारों को जो रवैया था उससे हवाई यात्रा एक लक्जरी के रूप में स्थापित हो गई थी। इसका लाभ ज्यादातर समृद्ध लोग ही उठा पाते थे। पहले की सरकारों ने सोचा ही नहीं कि सामान्य वर्ग और मध्यम वर्ग भी उतना ही हवाई यात्रा करना चाहता है। इसलिए तब की सरकारें आवाजाही के तेज माध्यमों पर निवेश करने से बचती रही। इसका नतीजा ये हुआ कि हवाई यात्रा से जुड़े, इतनी बड़ी संभावना होने के बावजूद भी हम उसमें पीछे रह गए। अब देश विकास की सोच के साथ आगे बढ़ रहा है तो हम इनके नतीजे भी देख रहे हैं।