नई दिल्ली. महाराष्ट्र के बाद अब गोवा में विधायकों के दलबदल का खेल शुरु हो गया है. फिलहाल कांग्रेस पार्टी के बिखरने का खतरा साफ दिख रहा है. कांग्रेस के गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने ताजा राजनीतिक घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि हमारे कुछ नेताओं ने भाजपा के साथ मिलकर पार्टी को तोडऩे की साजि़श रची थी, ताकि गोवा में कांग्रेस पार्टी कमजोर हो जाए.इस साजिश का नेतृत्व हमारे ही दो नेताओं माइकल लोबो और दिगंबर कामत ने किया था. इसे देखते हुए माइल लोबो को गोवा के नेता प्रतिपक्ष के पद से हटा दिया गया है. अब नए नेता का चुनाव होगा. उन्होंने बताया कि फिलहाल हमारे साथ 5 विधायक हैं और कुछ और से बातचीत हो रही है. अब देखते हैं कि कितने लोग साथ रहेंगे. इस बीच इन विधायकों पर दलबदल और पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कानून-सम्मत कार्रवाई की जाएगी.
इस बात की पहले से ही चर्चा थी कि गोवा कांग्रेस के 7 से 10 विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं और कभी भी पार्टी छोडऩे का ऐलान कर सकते हैं. अब ये साफ हो गया है कि 11 में से सिर्फ 5 विधायक कांग्रेस के साथ हैं. यानी 6 विधायक बगावत के मूड में हैं. इनमें पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत और माइकल लोबो का नाम स्पष्ट है. माना जा रह है कि बाकी विधायकों में माइकल लोबों की पत्नी देलिला लोबो, केदार नाइक और राजेश फलदेसाई जरुर होंगे. शनिवार को कांग्रेस विधायकों की बैठक में दिगंबर कामत शामिल नहीं हुए थे. उसके बाद से ही उनकी नाराजगी की चर्चा थी. विधानसभा सत्र शुरू होने से एक दिन पहले बुलाई गई कांग्रेस पार्टी की मीटिंग में भी कई विधायक नदारद थे. उधर, कॉन्ग्रेस में फूट की खबरों के बीच गोवा विधानसभा के स्पीकर ने डिप्टी स्पीकर को चुने जाने का नोटिफिकेशन रद्द कर दिया है.