बेटी अपर्णा ने हीं प्रेमी के साथ मिलकर कराई पिता की हत्या
अपर्णा से शेयर किया हत्या का पूरा प्लान
आदित्यपुर के पूर्व विधायक अरविंद सिंह के साले कन्हैया सिंह की हत्या उनकी सगी बेटी अपर्णा सिंह ने करवाई थी. शुक्रवार को एसपी आनंद प्रकाश ने इसका खुलासा कर दिया.उन्होंने बताया की बेटी ने प्रेम प्रसंग को लेकर ही प्रेमी और उसके साथियों के साथ मिलकर कन्हैया सिंह की हत्या करवाई थी .इसकी साजिश पिछले 3 वर्षों से चल रही थी।इसके पूर्व भी 20 जून को ही पटना में कन्हैया सिंह की हत्या का प्रयास किया गया था पर, किसी कारणवश हत्यारे अपनी मंशा में सफल नहीं हो सके। इसके बाद 29 जून को राजबीर सिंह ने अपने साथी निखिल गुप्ता ने सौरव किस्कू, छोटू दिग्गी और रवि सरदार के साथ मिलकर हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि सौरभ किस्कू ने ₹8500 में निखिल को कट्टा दिलाया था।निखिल गुप्ता ने ही गोली चलाई थी, घटना को अंजाम देने के बाद सभी मौके से फरार हो गए थे। निखिल गुप्ता किसी और रास्ते से भागा जबकि सौरव और छोटू दिग्गी अलग दिशा में भागे थे।
कन्हैया सिंह की हत्या कराने के लिए बेटी अपर्णा ने प्रेमी राजबीर को दे दी थी हीरा की अंगूठी, शादी दूसरी जगह कराने की बात पर बनी हत्या की योजना
ईचागढ़ के पूर्व विधायक विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह के साले कन्हैया सिंह की हत्या का सच सामने आ गया है. हत्या बेटी अपर्णा ने ही प्रेमी राजबीर सिंह से मिलकर कराई. हत्या कराने के लिए अपर्णा ने राजबीर को अपनी हीरे की अंगूठी दे दी थी. हालांकि, अंगूठी बेचकर पैसे जुटाने की बजाय राजबीर ने खुद पैसे शूट को दिये. एमबीए की पढ़ाई कर रही अपर्णा का राजबीर से प्रेम प्रसंग काफी पहले शुरू हो चुका था. इसकी भनक कन्हैया सिंह को मिली तो बेटी को समझाने की बजाय राजबीर के घर जा धमके और उसको पिस्तौल का भय दिखाया और परिजनों के साथ गाली-गलौज भी की. तब राजबीर अपने परिवार के साथ आदित्यपुर के मांझी टोला में रहता था.
मांझी टोला कन्हैया सिंह की वजह से राजबीर के परिजनों को छोड़ना पड़ा और वे मानगो डिमना रोड में शिफ्ट कर गये. कन्हैया ने बेटी की शादी अन्यत्र कराने की योजना बनाई और योग्य लड़के की तलाश शुरू की तो बेटी अर्पणा और उसके प्रेमी राजबीर की बेचैनी बढ़ गई. दोनों ने मिलकर हत्या की योजना बना डाली. हत्या के लिए शूटर के रूप में राजबीर के साथी निखिल गुप्ता का चयन हुआ. निखिल को कट्टा कांग्रेस नेता छोटेराय किस्कू के बेटे ने मुहैया कराया. कट्टा बिहार में मंगाया गया और फिर अपने रसूख और दबंगई की वजह से बुरे अंजाम से बेपरवाह कन्हैया सिंह का काम तमाम कर दिया गया.
अपर्णा से शेयर किया हत्या का पूरा प्लान
खरसावां जिला के सबसे चर्चित हत्याकांड का शुक्रवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया है. बता दें कि बीते 29 जून को जिले के आदित्यपुर थाना अंतर्गत हरिओम नगर निवासी ईचागढ़ के पूर्व बाहुबली विधायक अरविंद सिंह के साले कन्हैया सिंह की हत्या के बाद अचानक से कोल्हान की राजनीति में भूचाल आ गया था. तमाम आलोचनाओं को झेलते हुए अंततः पुलिस ने शुक्रवार को कन्हैया सिंह हत्याकांड से पर्दा उठा दिया है. पुलिस ने कन्हैया सिंह हत्याकांड में कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दो की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है. जिसमें कन्हैया सिंह की बड़ी बेटी अपर्णा सिंह, उसके प्रेमी राजवीर सिंह, शूटर निखिल गुप्ता, सौरभ किस्कू को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. दो अन्य अपराधी छोटू एवं रवि सरदार की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी चल रही है.
बता दें कि कन्हैया सिंह की हत्या के बाद अचानक से कोल्हान की राजनीति में भूचाल आ गया था. सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष और सामाजिक संगठनों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कटघरे में खड़ा किया था. यहां तक कि एसपी और थानेदार को भ्रष्ट करार देते हुए बदले जाने की आवाज मुखर होने लगी. कांग्रेस, पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, मंत्री बन्ना गुप्ता, भाजपा नेता अभय सिंह, खरसावां विधायक दशरथ गागराई सभी ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए हत्याकांड का खुलासा करने के लिए अल्टीमेटम पर अल्टीमेटम देंना शुरू कर दिया. थाना घेराव से लेकर सड़क तक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया.
उधर वर्दी पर उठते सवालों को जिले के पुलिस कप्तान ने चुनौती के रूप में लिया और एसडीपीओ के नेतृत्व में 15 सदस्यीय एसआईटी का गठन कर ऑपरेशन में लगाया. एसआईटी में आधा दर्जन थानेदार एवं इतने ही एएसआई रैंक के अधिकारियों को शामिल किया गया. इसके अलावे टेक्निकल सेल के अधिकारियों को भी शामिल किया गया, सभी ने बेहद ही प्रोफेशनल तरीके से मिले टास्क को बखूबी अंजाम दिया और अंततः 9 वें दिन पुलिस ने कन्हैया सिंह हत्याकांड से पर्दा उठाते हुए जो खुलासे किए उससे न केवल कोल्हान बल्कि झारखंड से लेकर बिहार और यूपी की जनमानस सन्न रह गई. किसी को इस बात का अंदेशा भी नहीं हुआ होगा, कि कन्हैया सिंह के घर में आग कन्हैया के ही चिराग से लगी थी.
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बहरहाल अब कन्हैया सिंह हत्याकांड से पर्दा उठ चुका है. जिस कन्हैया सिंह हत्याकांड के खुलासे को लेकर हाय तौबा मचाया जा रहा था, सभी के जेहन में बस यही कौंध रहा है, कि क्या वाकई में ऐसा हो सकता है ? क्या एक बेटी अपने बाप की हत्या करवा सकती है ? आखिर क्या वजह रही होगी, कि बेटी को इस हद तक जाना पड़ा. पुलिस ने कैसे इस गुत्थी को सुलझाया इस सवाल पर जिले के एसपी आनंद प्रकाश ने बताया कि कन्हैया सिंह की बेटी ही घटना के दिन अपने पिता के लोकेशन की पल- पल की जानकारी दे रही थी. कन्हैया सिंह की बेटी ने अपने पिता की हत्या के लिए शूटर को अपने हीरे की अंगूठी बतौर पेशगी दी थी. उन्होंने बताया कि कन्हैया सिंह अपनी बेटी के रिश्ते से खुश नहीं थे. और वह इस का लगातार विरोध कर रहे थे. हत्या के बाद निखिल सीधे राजवीर के घर मानगो गया. राजवीर ने उसके जूते छिपाए और कुछ पैसे दिए. उसके बाद वह बक्सर चला गया. उन्होंने बताया कि पूरे कांड का उद्भेदन तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर किया गया है. उन्होंने बताया कि कांड से संबंधित सभी साक्ष्य राजवीर ऑडियो क्लिप के जरिए अपर्णा को भेजता था. घटना से 5 दिन पूर्व राजवीर ने निखिल के साथ मिलकर पूरी प्लानिंग की. जिसके बाद अपर्णा ने सहमति जताई. फिर इस कांड को अंजाम दिया गया. उन्होंने बताया कि सरायकेला- खरसावां कांग्रेस के जिलाध्यक्ष छोटे राय किस्कू के पुत्र सौरभ किस्कू ने हथियार मुहैया कराई थी. इससे पूर्व एक अटैम्प और भी लेने की बात उन्होंने कही, जिसमे असफल होने के बाद 29 जून को दूसरे अटैम्पट में कन्हैया सिंह को प्लानिंग के जरिए रास्ते से हटा दिया. चारों के पास से पुलिस ने अभियुक्तों से 4 मोबाइल, एक कट्टा, खोखा के साथ टी-शर्ट और गमछा, एक जूता, अपर्णा का हीरा के अंगूठी निखिल के घर से बरामद किया. साथ ही एमजी हेक्टर JH05CY- 3902 बरामद किया है.