बेगूसराय : बेगूसराय में सिमरिया एवं जयमंगला गढ़ के धार्मिक महत्व को देखते हुए अब इन्हें राष्ट्रीय फलक पर लाने के लिए प्रयास शुरू हो गए हैं। राष्ट्रीय प्रसाद योजना के तहत देश के सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्व के स्थलों को चिन्हित कर उनके विकास एवं सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाता है जिससे वह एक पर्यटन स्थल के साथ सांस्कृतिक एवं धार्मिक स्थल के रूप में विकसित हो सके।
इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी को पत्र लिखकर जयमंगला गढ़ एवं सिमरिया के धार्मिक महत्व को स्पष्ट किया है। पत्र में उन्होंने जयमंगला गढ़ को 108 शक्तिपीठों में एक बताते हुए इसे धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व का अनूठा स्थल बताया तथा इसके विकास के लिए इसे प्रसाद योजना में शामिल करने का निवेदन किया है ।
चित्र सिमरिया के धार्मिक महत्व को देखते हुए इसके भी
सौंदर्यीकरण एवं विकास हेतु इस योजना में शामिल कर इसे विकसित करने का निवेदन किया है। भाजपा नेता सह सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्व के स्थलों को चिन्हित कर उसे प्रसाद योजना में शामिल किया जाता है तो ।
इन दो स्थलों को राष्ट्रीय प्रसाद योजना में शामिल करने से बेगूसराय के यह दोनों धार्मिक स्थल पर्यटन के दृष्टिकोण से राष्ट्रीय मानचित्र पर सुमार होंगे। सिमरिया के विकास के लिए पहले से प्रयास चल रहे हैं लेकिन इन दोनों स्थलों को प्रसाद योजना में शामिल करने से इन्हें राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी।
भाजपा नेता सुधीर कुमार मुन्ना, उपाध्यक्ष कुंदन भारती, मृत्युंजय कुमार वीरेश,मीडीया प्रभारी सुमित सन्नी,शुभम कुमार ने इस कार्य की सराहना करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को इसके लिए धन्यवाद दिया है ।