पीएम को माननी होगी युवाओं की बात:राहुल गांधी
सोनिया गांधी ने अग्निपथ स्कीम को ‘दिशाहीन’ बताया, कहा- उनकी पार्टी इसे वापस लेने के लिए काम करेगी
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए केंद्र की ‘अग्निपथ’ योजना को दिशाहीन करार दिया और कहा कि उनकी पार्टी इसे वापस लेने के लिए काम करेगी।
उन्होंने इस योजना का विरोध कर रहे युवाओं से अपनी मांगों के लिए शांतिपूर्ण और अहिंसक तरीके अपनाने की भी अपील की।
उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए एक बयान में कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार ने एक नई सशस्त्र बलों की भर्ती नीति की घोषणा की है, जो पूरी तरह दिशाहीन है और आपकी आवाज को नजरअंदाज करते हुए ऐसा किया है।”
अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में हंगामा मचा हुआ दिखाई दे रहा है। दिल्ली से लेकर हरियाणा, बंगाल, तेलंगाना समेत कई राज्यों में इस योजना का विरोध प्रदर्शन हो रहा है। वहीं, इस स्कीम को लेकर राजनीति भी पूरी तरह से गर्म है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस तरह कृषि कानून को वापस लेना पड़ा था उसी तरह अब अग्निपथ योजना को वापस लेना पड़ेगा।
राहुल गांधी ने मामले पर ट्वीट कर कहा, “8 सालों से लगातार भाजपा सरकार ने ‘जय जवान, जय किसान’ के मूल्यों का अपमान किया है। मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री जी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे। ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफीवीर’ बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और ‘अग्निपथ’ को वापस लेना ही पड़ेगा।” राहुल ने अपने इस ट्वीट के जरिए आरोप लगाया कि, सरकार ने जवानों और किसानों का अपमान किया है।
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस की ओर से कहा गया कि अग्निपथ योजना के खिलाफ कल पार्टी दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेगी। ताजा जानकारी के मुताबिक कांग्रेस का ये प्रदर्शन बड़े पैमाने पर होगा जिसमें कई बड़े नेता और सांसद शामिल हो सकते हैं।
देशभर में चल रहे इस बवाल के बीच केंद्रीय गृहमंत्रालय की तरफ से एक ट्वीट किया गया है, जिसमें बताया गया है कि सीएपीएफ और असम राइफल्स में होने वाली भर्तियों में 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों को कितने फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। गृहमंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि इन अर्धसैनिक बलों में अग्निवीरों को 10 फीसदी का आरक्षण देने का फैसला किया गया है।