नई दिल्ली। दुनिया भर को परेशान करने वाला कोरोना भले ही अब कम प्रभावशाली रह गया हो और देश में कोरोना के मामलों में लगातार कमी देखने को मिल रही है। अब कोरोना के प्रतिदिन आने वाले मामलों में भी बहुत कमी देखने को मिल रही है, लेकिन इस बीच कोरोना के नए वेरिएंट एक्सई ने हलचल बढ़ा दी है। जी हां, एक्सई वेरिएंट के संदिग्ध मामलों के बीच दिल्ली और हरियाणा सहित कुछ राज्यों में कोरोना के केसों की संख्या फिर से बढ़ने लगी है। हालांकि, राज्य सरकारों द्वारा एहतियात बरती जा रही है। लिहाजा, उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में इन मामलों को भी नियंत्रित कर लिया जाएगा। बता दें कि जनवरी के अंत में तीसरी लहर के पीक पर पहुंचने के बाद से दो महीने से अधिक समय सभी राज्यों में मामलों के कम होने का ट्रेंड था, पर पिछले कुछ दिनों में दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में सात दिनों के औसत डेली मामलों में वृद्धि हुई है। हालांकि महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और बंगाल सहित कुछ राज्यों में दैनिक मामलों में कमी देखने को मिल रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार राजधानी दिल्ली में कोरोना के प्रतिदिन मामले 7 दिन के एवरेज में 31 मार्च को 103 के निचले स्तर पर पहुंच गए थे, लेकिन तब से बढ़कर यह अब औसतन 127 हो गया है। राजधानी में गत 7 अप्रैल को 176 नए मामले सामने आए थे, जो 10 मार्च के बाद सबसे अधिक दैनिक केस हैं। उधर, हरियाणा में सात दिन का एवरेज 4 अप्रैल के 47 केस से बढ़कर शनिवार को यह आंकड़ा 68 तक पहुंच गया है। वहीं, गुजरात में ओमीक्रोन के एक्सई वेरिएंट का मामला सामने आने की खबर है। हालांकि, राज्य सरकार की तरफ से इसकी पुष्टि नहीं की गई है। वैसे राज्य में पिछले कुछ दिनों में डेली कोरोना केसों में मामूली वृद्धि देखी गई है। राज्य में गुरुवार को सिर्फ आठ मामले दर्ज किए। वहीं, शनिवार को डेली केस बढ़कर 34 हो गए। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, यूपी और कर्नाटक में, दैनिक मामलों के सात-दिन का एवरेज स्थिर बना हुआ है। केरल में भी ऐसी ही स्थिति है। यहां शनिवार को डेली केस एवरेज में मामूली वृद्धि दर्ज की गई, जो पिछले दिन 322 से 325 हो गई। ऐसा राज्य में तीसरी लहर के बाद मामलों में गिरावट शुरू होने के बाद पहली बार हुआ है।