मंगल पांडे ने समूचे राष्ट्र के हृदय में स्वाधीनता की ज्वाला प्रज्वलित की : बृजभूषण सिंह
उनका साहस, शौर्य ओर पराक्रम सदैव आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा : राजीव कुमार
नमन है नमन की विचारधारा को : जयप्रकाश राय
नमन ने मंगल पांडे को श्रद्धांजलि दी
जमशेदपुर : आजादी की लड़ाई का इतिहास क्रांतिकारियों के साहसिक कारनामों से भरा पड़ा है। 1857 क्रांति की चिंगारी को आग बनाने वाले ऐसे ही वीर महान स्वतंत्रता सेनानी, माँ भारती के निर्भीक सपूत अमर बलिदानी, मंगल पांडे के बलिदान दिवस पर शहर की अग्रणी सामाजिक संस्था नमन द्वारा कई गणमान्यों एवं सैकड़ों युवाओं की उपस्थिति में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। साकची स्थित नमन के कार्यालय में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में वरिष्ठ पत्रकार बृजभूषण सिंह ने कहा कि मंगल पांडे भारत के स्वतंत्रता संघर्ष के आधारस्तंभ हैं। जिन्होंने अपने पराक्रम से 1857 में पराधीनता के विरुद्ध क्रांति का बीज बोकर अंग्रेजों की जड़ें हिला दी और भारतीयों के हृदय में स्वाधीनता की ज्वाला प्रज्वलित की। मौके पर नमन के मुख्य संयोजक राजीव कुमार ने कहा कि उनका साहस, शौर्य और पराक्रम सदैव आने वाली पीढ़ियों को अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठाने के लिए प्रेरित करता रहेगा| इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार जयप्रकाश राय ने कहा कि नमन है नमन को ओर उसके संस्थापक अमरप्रीत सिंह काले को जिनकी सोच ने आज की युवा पीढ़ी को भारतीय स्वाधीनता संग्राम के अग्रणी योद्धाओं के जीवन से रूबरू कराया । भारत माता को गुलामी की जंजीरों से आज़ाद कराने के लिए मंगल पांडेय के संघर्ष की गाथाएं युग युगांतर तक आने वाली पीढ़ियों को देश सेवा के लिए प्रेरित करती रहेंगी।
इस कार्यक्रम का संचालन पप्पू राव व धन्यवाद ज्ञापन रामकेवल मिश्रा ने किया।
इस मौके पर राजपति देवी, डी मनी, रेखा देवी, संतलाल पाठक, जसवंत सिंह भोमा, कैलाश झा, अखिलेश पांडे, संदीप सिंह, जूगुन पांडे, महेश मिश्रा, प्रिंस सिंह ,विभास मजूमदार, रंजीत कुमार, मनीष सिंह, दीपक सिंह, शेखर मुखी, बिट्टू मुखी, कोला मुखी, विक्रम सिंह, सरबजीत सिंह टोबी, सौरव चटर्जी, टोनी सिंह, संतोष यादव, विकास गुप्ता, विवेक कांमत, विक्की तारवे, कार्तिक जुमानी, राजु कुमार, सूरज चौबे, परम शेरगिल, सागर, प्रेमकरण, राम, रामा राव, सनोज चंद्र, शुरू पात्रो, संजय सिंह, मनोज हलदर, राज पासवान, जोनी एवं अन्य सैकड़ों लोगों ने श्रद्धांजली अर्पित की।