रतन कुमार की रिपोर्ट
खुटौना (मधुबनी) । प्रखंड के शंकरपुर टोले में सोमवार को अंचल प्रशासन ने अतिक्रमित सरकारी जमीन को खाली कराने पहुंचा । ललमनियां, लौकहा तथा खुटौना पुलिस और एसडीओ द्वारा प्रतिनियुक्त मैजिस्ट्रेट एवं फुलपरास के सीओ मनोज कुमार की मौजूदगी में कथित तीन अतिक्रमणकारियों के आवासीय घरों को जेसीबी मशीन से तोड़कर हटाया गया । अंचल अधिकारी रमण कुमार ने बताया कि सरकारी जमीन का पिछले भाग में भूस्वामी जय प्रकाश भारती की जमीन है । उन्होंने 2015 में चैतू मुखिया, मनोज मुखिया और धुबिया देवी के खिलाफ सरकारी जमीन का अतिक्रमण हटवाने का आवेदन दिया था । भूस्वामी इस मामले को 2018 में उच्च न्यायालय ले गये । उच्च न्यायालय ने 6 जनवरी 2020 को अतिक्रमण खाली करवाने का निर्णय सुना दिया । लेकिन उसका अनुपालन नहीं हो पाया । तब मूस्वामी ने अवमानना का मामला दायर करवा दिया । इसपर 29 सितंबर 2021 को 25 अक्टूबर तक अतिक्रमण खाली करवाने का आदेश जारी कर दिया था । सभी भूमिहीन अतिक्रमणकारियों ने शुरू में प्रशासन से बेघर हो जाने और आनेवाले ठंड के मौसम में तकलीफ होने की विनती की और कुछ समय की मोहलत की गुहार लगाई । लेकिन उन्हें कोर्ट के सख्त आदेश का हवाला दिया गया । फिर उन्होंने विरोध भी किया । लेकिन इसके बावजूद उनके घर तोड़कर जमीन खाली करा दी गयी । ग्रामीणों के अनुसार वे लोग 50 वर्षों से अधिक समय से उस जमीन पर बसे हुए हैं । पहले वह जमीन पथराही के अवध सिंह की होती थी । उनसे वह जमीन गांव के ही राज कुमार साह ने खरीदी । बाद में उन्होंने उस जमीन को जय प्रकाश भारती को बेच दी । तबसे श्री भारती उस जमीन को खाली करवाने में लग गये । जमीन खाली हो जाने के बाद अब ग्रामीणों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि इन बेघर लोगों के बच्चे अब कहां रहेंगे । चैतू मुखिया के घर आठ नाबालिग पोते-पोतियां, मनोज मुखिया के घर पांच बच्चे और विधवा धुबिया देवी के दो पोते हैं । इनके रहने के लिए कहीं कोई व्यवस्था नहीं है । वैसे अंचल प्रशासन इनके लिए जमीन की व्यवस्था करने का आश्वासन देता है ।