जमशेदपुर में नेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. वैसे टाटा स्टील आर्चरी एकेडमी के सिल्वर जुबली वर्ष होने पर इसकी मेजबानी टाटा स्टील को मिली है इसलिए इस प्रतियोगिता का उत्साह दोगुना हो गया है. जमशेदपुर के जेआरडी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता में भारतीय तीरंदाजी टीम के लिए 16 तीरंदाजों का चयन किया जाएगा. इसी के आधार पर रिकर्व पुरुष, महिला एवं कंपाउंड पुरुष व महिला श्रेणियों में शीर्ष 16 रैंक धारक जमशेदपुर में 10 और 11 अक्टूबर को होने वाले फाइनल ट्रायल के लिए चुने जाएंगे. यह ढाका में होनेवाले एशियाई तीरंदाजी चैंपियनशिप का आधार भी होगा.
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इधर प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मंत्री सह नेशनल आर्चरी एशोसिएशन के अध्यक्ष अर्जुन मुंडा ने शिरकत की. जहां अर्जुन मुंडा ने प्रतियोगिता के स्पॉन्शरशिप के लिए एनटीपीसी और आयोजन के लिए टाटा समूह के प्रति आभार जताया. उन्होंने टाटा समूह की विशेष सराहना करते हुए कहा, कि देश के कई खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने में टाटा समूह ने अहम भूमिका निभाई है. वैसे प्रतियोगिता का उद्घाटन बापू की 152 वीं जयंती के मौके पर किया गया इसे एक संयोग ही कहा जा सकता है. जहां उद्घाटन के मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, टाटा स्टील के वीपी चाणक्य चौधरी एवं नेशनल आर्चरी एसोसिएशन के जेनरल सेक्रेटरी प्रमोद चांदेकर ने बापू के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया. वैसे सभी गणमान्य अतिथियों ने बापू के चित्र पर पुष्प अर्पित करने से पूर्व जूते उतार अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए, लेकिन नेशनल आर्चरी एसोसिएशन के जेनरल सेक्रटरी प्रमोद चांदेकर ने बापूके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने से पहले जूते उतारना जरूरी नहीं समझा, जो स्टेडियम में चर्चा का विषय बना रहा. हालांकि हम उनकी निष्ठा पर सवाल नहीं उठा रहे, लेकिन जहांकेंद्रीय मंत्री, सबसे बड़े औद्योगिक समूह के अधिकारी का मस्तक बापूके आगे नतमस्तक हुआ वहां आपका यह तरीका कहीं से भी सही नहीं माना जाएगा. बापू की याद में देश का बच्चा- बच्चा आज उन्हें नमन कर रहा है. हम और आप उनके लिए बापू के प्रति कैसी विरासत छोड़ रहे हैं ये सोचने की जरूरत है.