आगामी लोकसभा चुनाव में इस्तेमाल होगा मोबाईल एप्प
उपायुक्त-सह-जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्री राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में सूचना भवन सभागार में आगामी लोकसभा आम चुनाव, 2019 को लेकर Election Expenditure Monitoring (EEM) प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में व्यय निगरानी के वरीय पदाधिकारी, नोडल पदाधिकारी के साथ सभी कोषांगों के वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी का यह सामूहिक प्रयास होना चाहिए कि मतदाता निष्पक्ष, स्वतंत्र और निर्भयता से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके। चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण रूप से कराने हेतु सभी कोषांगांे का गठन कर उन्हें सक्रिय कर दिया गया है। चुनाव के दौरान Expenditure Monitoring का रोल काफी महत्वपूर्ण होता है। चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव में प्रत्येक प्रत्याक्षी द्वारा 70 लाख रूपये तक की धनराशि चुनाव प्रचार-प्रसार पर खर्च करने की अनुमति दी है। ऐसे में आप सभी को उम्मीद्वारों के चुनाव खर्च कर कड़ी नजर रखने के लिए विभिन्न कोषांगों का गठन भी किया गया है। साथ हीं तीन फालाइंग स्कायाॅड टीम का गठन भी किया गया है।
इसके अलावे उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी या उम्मीद्वार को रोड-शो, चुनाव प्रचार, रैली से संबंधित अनुमति ए0आर0ओ0 व अनुमंडल पदाधिकारी से लेना होगा। इसके अलावे रैली में खर्च का लेखा-जोखा संबंधित अधिकार के पास जमा करायेंगे। तत्पश्चात वीडियो अवलोकन टीम एवं निगरानी दलों द्वारा वीडियो रिकाॅर्डिंग करके वीडियो अवलोकन सीडी तैयार करेंगे। व्यय से संबंधित मामले की पहचान के लिए विडियो अवलोकन टीम द्वारा विडियो लिया जाएगा एवं निगरानी टीम द्वारा सीडी सहेजी जाएगी। इसके अलावे व्यय से संबंधित रिपोर्ट में टीम सभी वाहनों के रजिस्ट्रेशन संख्या और उनका प्रकार, मंच का आकार, कुर्सियों की संख्या, पोस्टर, बैनर का आकार, कट आउट की संख्या और विडियो में व्यय की गई अन्य मदों को डालेंगे। साथ हीं जिला में निर्धारित दर से उम्मीद्वार के खर्च का मिलान करेंगें। इसके अवाले प्रशिक्षण के दौरान एमसीसी के विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की गयी।
इसके अलावे उपायुक्त-सह-जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्री राहुल कुमार सिन्हा द्वारा जानकारी दी गयी कि भारत निर्वाचन आयोग सुरक्षित एवं निष्पक्ष चुनाव कराने हेतु सदैव तत्पर है एवं इसी के मद्देनजर इस बार चुनाव आयोग द्वारा C&Vigil (सिटिजन विजिलेंस) एप्प आदि आईटी तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है। साथ हीं उनके द्वारा बतलाया गया कि यदि कोई व्यक्ति/प्रत्याशी बिना सरकार के अनुमति के रैली अथवा सभा कर रहा हो तो कोई भी व्यक्ति ब्-टपहपस एप्प के माध्यम से रैली/सभा का लाइव वीडियो अपलोड कर सकता है, ताकि उसकी जांच की जा सके। ऐसे में जांच के उपरांत यदि अपलोड किया गया लाइव वीडियो सहीे पाया जाता है तो दोषी व्यक्ति/प्रत्याशी के विरूद्ध निर्वाचन आयोग द्वारा विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावे एप्प पर वीडियों अपलोड होने के बाद संबंधित अधिकारियोंत द्वारा 100 मीनट के भीतर कार्रवाई की जानी है। इस हेतु प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आप सभी अपने-अपने क्षेत्रों का भौतिक निरीक्षण कर मतदान हेतु अपने-अपने कार्यों की तैयारियों को सक्रिय रखें।
प्रशिक्षण के दौरान उपायुक्त द्वारा बैठक में उपस्थित सभी कोषांग के वरीय एवं प्रभारी पदाधिकारियों को निदेशित किया गया कि वे सभी सारे प्रशिक्षण कार्य को पूर्ण करा ले, ताकि आगामी चुनाव को सम्पन्न कराने में किसी प्रकार की कोई समस्या न आये। साथ हीं उन्हांेंने सभी नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे निर्वाचन अवधि में सभी अभ्यर्थियों के निर्वाचन व्यय पर कड़ी निगरानी रखें और व्यय संबंधी जानकारी की रिपोर्ट जिला निर्वाचन कार्यालय, आर0ओ0 और निर्वाचन व्यय लेखा दल को तय समय पर जमा करेंगे। इसके अलावे उन्होंने सभी से आपसी सहयोग और सामन्वय स्थापित कर कार्य करने की बात कही।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपरोक्त के अलावे प्रशिक्षण कोषांग के वरीय पदाधिकारी श्री अनिलसन लकड़ा, श्री प्रभारी पदाधिकारी-सह-नोडल पदाधिकारी श्री रणवीर कुमार सिंह, प्रभारी पदाधिकारी-सह-नोडल पदाधिकारी श्री ए0बी0 राॅय, सहयोगी पदाधिकारी श्री विकास कुमार राय आदि के साथ विभिन्न कोषांगों के अधिकारी व कर्मचारी आदि उपस्थित थे।