नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (ईडीएफसी) राष्ट्र को समर्पित किया. पीएम मोदी ने 351 किलोमीटर लंबे रेल खंड न्यू खुर्जा से न्यू भाऊपुर डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का वर्चुअली उद्घाटन किया.
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने प्रयागराज के सूबेदारगंज में बनाए गए ईडीएफसी के ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर का भी उद्घाटन किया. यह कंट्रोल रूम अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. यहां से पूरे कॉरिडोर की मॉनिटरिंग की जा सकेगी. हर दो किलोमीटर पर लगाए गए सिग्नल की जानकारी होगी. साथ ही हर किलोमीटर की लोकेशन कंट्रोल रूम को मिलती रहेगी. देश में ऐसा पहली बार होगा जब कंट्रोल रूम में लगे स्क्रीन पर ट्रेन लाइव दिखाई देगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान अपने संबोधन में कहा कि आज का दिन रेलवे को नई पहचान देने वाला है. आजादी के बाद का सबसे बड़ा आधुनिक रेलवे प्रोजेक्ट जमीन पर उतरा है. इस नई मालगाड़ी में नए भारत की गर्जना सुनाई दी. इस पूरे फ्रेट और सेंटर की टेक्नोलॉजी भारत में ही यहां के लोगों द्वारा तैयार की गई. पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया की बड़ी आर्थिक ताकत बन रहा है. पिछले 6 साल में भारत में आधुनिक कनेक्टविटी के मोर्चे पर काम किया जा रहा है.
देश के खेत-बाजार माल ढुलाई पर निर्भर हैं, एक जगह के माल को दूसरी जगह पहुंचाना पड़ता है. आबादी बढ़ने के साथ-साथ बोझ बढ़ने लगा, हमारे यहां यात्री-मालगाड़ी ट्रेन एक ट्रैक पर चलती थी. जिसके कारण दोनों ट्रेनें लेट होती थी. मालगाड़ी लेट होने के कारण लागत बढ़ जाती है, लेकिन अब स्पेशल ट्रैक बनने से ये संकट दूर होगा.
कार्यक्रम के दौरान यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए. योगी ने कहा कि इस सेक्शन की शुरुआत के साथ ही प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बन रहे प्रोडक्ट को आगे तक पहुंचाया जा सकेगा. यूपी सीएम ने कहा कि पहले मालगाड़ियों की गति सिर्फ 25 KMH थी, जो अब 75 KMH तक पहुंच गई है. इस पूरे कॉरिडोर का 75 फीसदी भाग यूपी में ही है.
यूपी सीएम बोले कि देश की पहले देशी ट्रेन तेजस, सबसे तेज ट्रेन वंदे भारत का संचालन भी यूपी में ही रहा है. अब मानवरहित फाटक का काम तेजी से हो रहा है, जबकि नई लाइनें बिछाई जा रही हैं.
फ्रेट कॉरिडोर के फायदे
उत्तरी भारत से पूर्वी एवं पूर्वोत्तर क्षेत्रों तक कोयला, लोहा, स्टील, पेट्रोलियम उत्पाद, खाद्यान्नों का परिवहन सुगम होगा. नए सेक्शन की वजह से अलीगढ़, खुर्जा, फिरोजाबाद, आगरा और भाऊपुर के किसानों की पहुंच बड़े बाजारों तक होगी. 5,750 करोड़ रुपये की लागत से बना 351 किमी लंबा यह आधुनिक सेक्शन 25 एक्सल टन वेगन क्षमता के साथ भारी और लंबी ढुलाई के अनुकूल है. कॉरिडोर के कारण मालगाड़ियों की औसत स्पीड मौजूदा 25-30 किमी प्रति घंटा से बढ़कर 60-70 किमी प्रति घंटा हो जाएगी.