किसी भी राज्य की पहचान वहां की शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं से होती है। देश में झारखंड ऐसा ही राज्य बन गया है, जो विकास के साथ-साथ शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में अव्वल बन गया है। स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ मेडिकल एजुकेशन की बात करें तो राज्य में व्यापक स्तर पर काम हो रहा है, इसके तहत न केवल लोगों को केंद्र की आरोग्य भारत योजना के तहत नि:शुल्क ईलाज मिल रहा है, बल्कि मेडिकल कॉलेजों की संख्या में भी तेजी से इजाफा किया जा रहा है। झारखंड राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने इन्हीं सब मुद्दों को लेकर राष्ट्र संवाद से खुलकर बातचीत की।
उन्होंने बताया कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं में तेजी से सुधार किया जा रहा है। जहां तक दवाओं का सवाल है, पहले राज्य के लोगों की निर्भरता बाहर की दवाईयों पर रहती थी, लेकिन आज उन्हें यह सुविधा राज्य में ही मिल रही है। राज्य की 85 फीसदी जनता नि:शुल्क ईलाज की सुविधा से लाभाविंत हो रही है, जो जनता अभी वंचित है, राज्य सरकार उसे भी इन सुविधाओं से जोड़ने के लिए सभी प्रयास कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने आगे बताया कि राज्य में 108 एंबुलेंस सेवा को भी सुदृढ़ किया गया है, 330 नई 108 एंबुलेंस मंगवाई गईं हैं। इससे यह हो रहा है कि, जिसे जहां भी एमरजेंसी दिक्कत हो रही है, उन्हें 108 एंबुलेंस सेवा उपलब्ध हो रही है। इससे लोगों को बहुत ज्यादा आसानी हो रही है। जहां तक मेडिकल कॉलेजों की बात है, राज्य में पांच नए मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं, जिनमें से तीन मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो गए हैं। यहां देवघर में एम्स भी लाया गया है। इससे साफ है कि राज्य की चाहे स्वास्थ्य सुविधाओं की निर्भरता वाली बात हो या फिर मेडिकल एजुकेशन की बात हो, सभी सुविधाएं राज्य में ही मिलने लगेंगी। आने वाले समय में 1300 मेडिकल फील्ड के बच्चे निकलकर आएंगे, जिससे चिकित्सा सुविधा काफी मजबूत हो जाएगी।
श्री चंद्रवंशी ने बताया कि राज्य के 57 लाख लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिल रहा है, 11 लाख लोग और बचे हैं, जिन्हें भी जल्द सुविधा मुहैया करा दी जाएगी। वहीं, डेढ़ लाख के आसपास लोगों को गोल्डन कार्ड मुहैया कराए गए हैं। उन्होंने अस्पतालों में भीड़ लगने से होने वाली अव्यवस्था के संबंध में कहा कि जहां भीड़ रहती है, वहां थोड़ी-बहुत अव्यवस्था होती ही है, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है। शासन-प्रशासन इससे निपटने की पूरजोर कोशिश कर रही है। विरोधी इन मुद्दों को लेकर हवा जरूर बनाते हैं, जिन पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। आने वाले समय में चीजें और सुदृढ़ होंगी तो लोगों की दिक्कतें भी कम होती जाएंगी। उन्होंने बताया कि राज्य में कैंसर अस्पताल खोला जा रहा है, ब्लड़ बैंक खुल रहे हैं, नर्सिंग की पढ़ाई पर भी जोर दिया जा रहा है। महत्वपूर्ण बात तो यह है कि रिम्स एक ऐसा मेडिकल संस्थान है, जहां वर्ल्ड क्लाश पढ़ाई के साथ-साथ ईलाज भी होता है। आप देखेंगे की आने वाले 2-3 वर्षों में 1300 बच्चे मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने के बाद मेडिकल प्रोफेशन से जुड़ जाएंगे। इससे चिकित्सा सुविधा और मजबूत हो जाएगी।
राष्ट्र संवाद द्वारा जब जिला कार्यक्रम प्रबंधक(डीपीएम) द्वारा टेंडर से लेकर अन्य मामलों पर गोरखधंधा चलाए जाने के संबंध में पूछा गया तो स्वास्थ्य मंत्री चौंक पड़े। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पूरी जानकारी जुटाई जाएगी और डीपीएम द्वारा आवटित कार्यों की जांच कराई जाएगी। इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा, उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि किसी भी स्थिति में भ्रष्टाचार सहन नहीं किया जाएगा, जो भी इसमें सम्मलित पाया जाएगा, उसको किसी भी परिस्थिति में बख्शा नहीं जाएगा।