जयपुर. राजस्थान में मनरेगा के तहत ‘पूरा काम पूरा दाम’ अभियान की शुरुआत की गई है. ये अभियान 2 माह तक यानि 15 फरवरी तक चलेगा. इस अभियान के जरिये प्रत्येक मनरेगा श्रमिक (Labor) के काम का अलग-अलग आंकलन करके ही उसे भुगतान किया जायेगा. इससे काम करने वालों और नहीं करने वालों की श्रमिकों पहचान की जायेगी. वहीं पिछली गहलोत सरकार के मनरेगा से जुड़े एक पुराने सर्कुलर को फिर से अमल में लाये जाने की भी तैयारी की जा रही है.
मनरेगा आयुक्त पीसी किशन ने बताया कि दरअसल मनरेगा के तहत श्रमिकों को टास्क आधारित काम देकर ही उसका भुगतान किया जाता है. अभी तक एक ही टास्क यानि काम में कई श्रमिकों को लगाकर काम करवाया जाता रहा है. लेकिन इसमें कई व्यवहारिक दिक्कतें सामने आती हैं. मसलन इस टास्क में कुछ श्रमिक तो ज्यादा काम कर लेते है तो कुछ कम काम करते हैं. वहीं कुछ ऐसे श्रमिक भी हैं जो काम करते ही नही हैं. इसके बावजूद उसका भुगतान सबको बराबर दिया जाता है. लेकिन अब इस अभियान के तहत 5-5 श्रमिकों का समूह बनाकर उन्हें एक एक काम दिया जाएगा. प्रत्येक श्रमिक के काम की प्रगति का आंकलन भी अलग अलग किया जाएगा. इससे श्रमिक को उसके काम के आधार पर ही भुगतान दिया जाएगा.