नई दिल्ली. केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन रविवार को 11वें दिन भी जारी है. दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर धरना दे रहे किसानों को समर्थन देने के लिए भारतीय किसान संघ लोक शक्ति के सदस्यों ने नोएडा में राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल से दिल्ली की ओर कूच शुरू कर दिया है.
जानकारी के अनुसार अर्धनग्न होकर ये किसान कालिंदी कुंज के रास्ते दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं, जिसे देखते हुए वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात करके बैरिकेडिंग लगा दी गई है. हालांकि पुलिस उन्हें बैरिकेडिंग से आगे नहीं बढऩे दिया तो वह सड़क पर बैठकर विरोध कर रहे हैं. इस दौरान वे मोदी और योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं.
वहीं भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले दिल्ली जा रहे किसान फरीदाबाद के अजरौंदा चौक बसंत वाटिका में रात्रि विश्राम के बाद दिल्ली-फरीदाबाद बॉर्डर के लिए निकले थे, लेकिन फरीदाबाद पुलिस ने उनको बदरपुर फ्लाईओवर से कई किलोमीटर पहले ही रोक दिया. इसके बाद किसान नेताओ ने चेतावनी देते हुए कहा कि वह प्रशासन की हर बात मानते हुए पैदल ही चल रहे थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें बेवजह ही रोक दिया लेकिन वह हर हालत में फरीदाबाद बॉर्डर पर जाकर रहेंगे.
कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि विपक्ष किसानों को भड़काने का काम कर रहा है. कुछ राजनीतिक लोग आग में घी डालने का काम कर रहे हैं. इस बिल के माध्यम से किसानों को आजादी मिली है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एमएसपी आगे जारी रहेगी और सरकार इस बारे में लिखकर भी दे सकती है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि खेतों में काम कर रहे असली किसानों को कृषि कानूनों से आपत्ति है.