दुबई. आईपीएल 2020 में चेन्नई सुपर किंग्स टूर्नामेंट से बाहर होने के मुहाने पर खड़ी है. टीम 10 में से सात मुकाबले हार चुकी हैं. चेन्नई के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने अब कबूला है कि मैनेजमेंट को यह पता था कि आईपीएल 2020 में बूढ़ी होती टीम की वजह से दिक्कतें हो सकती हैं. उनका बयान राजस्थान रॉयल्स से हार के बाद आया है. राजस्थान ने 19 अक्टूबर को चेन्नई को सात विकेट से हराया.
फ्लेमिंग बोले- टीम में एनर्जी नहीं
मैच के बाद फ्लेमिंग ने कहा कि अंक तालिका को देखने के बाद यह कहना सही होगा कि शायद इस टीम की ताकत खत्म हो चुकी है. यदि आप टीम के तीन साल के चक्र को देखेंगे तो पाएंगे कि पहले साल में इसने खिताब जीता. दूसरे साल में आखिरी गेंद पर हारे. और मैनेजमेंट को हमेशा लगता था कि तीसरा साल एक बूढ़ी होती टीम के साथ कठिन होगा. यूएई में टीम के सामने एकदम अलग तरह की जरूरतें और चुनौतियों सामने आई हैं.
सीएसके का रास्ता बंद नहीं लेकिन.
सीएसके के कोच ने कहा कि राजस्थान से हार के बाद टीम काफी निराश है. सबको इस मैच का महत्व पता था. उन्होंने कहा, ईमानदारी से कहूं तो ड्रेसिंग रूम का माहौल एकदम डूबा हुआ है. हम दो मैचों में जीतने के करीब थे, लेकिन आज हम पूरी तरह पीछे रह गए. हमें पता था कि मुकाबले में रहने के लिए आज का मैच जीतना जरूरी था. मुझे लगता है कि अभी भी प्लेऑफ में जाने का दरवाजा बंद नहीं हुआ है. लेकिन जब आप दूसरों के नतीजों के भरोसे होते हैं और आपकी टीम की फॉर्म गड़बड़ हो तो जज़्बा बनाए रखना मुश्किल होता है.
दूसरी टीमों के भरोसे होगा चेन्नई का फ्यूचर
बता दें कि चेन्नई को अभी आईपीएल 2020 में चार मैच खेलने हैं. मुकाबले में बने रहने के लिए उसे सभी चारों जीतने होंगे. इसी से उनके आगे जाने के अवसर जिंदा रहेंगे. फ्लेमिंग ने माना कि टीम के खेल में सुधार के साथ ही बाहर की काफी सारी चीजों को भी उनकी टीम के अनुसार होने की जरूरत होगी. उन्होंने कहा कि बाहर से मदद मिलने पर टीम के आगे जाने की संभावना है लेकिन यह सब इतना आसान नहीं होता है.
धोनी बोले- अब युवाओं को देंगे मौके
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी मैच के बाद संकेत दिया था कि इस सीजन में उनकी टीम के पास अब ज्यादा कुछ नहीं बचे हैं. ऐसे में उन्होंने युवाओं को मौका देने की बात कही थी. धोनी ने कहा था कि इस बार युवाओं को उतने मौके नहीं दिये. ऐसा भी हो सकता है कि अपने युवाओं में जुनून न दिखायी दिया हो. आगे उन्हें मौका दे सकते हैं और वे बिना किसी दबाव के खेल सकते हैं.