नई दिल्ली. सरकार ने चुनिंदा देशों के साथ एयर बबल के तहत सीमित संख्या में यात्री उड़ानें शुरू करने का फैसला किया है जिसमें अमेरिका के लिए 17 जुलाई से और फ्रांस के लिए 18 जुलाई से सेवायें शुरू हो रही हैं. नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज यहां बताया कि अमेरिकी विमान सेवा कंपनी डेल्टा एयरलाइंस 17 जुलाई से 31 जुलाई के बीच दिल्ली से नेवार्क और सैन फ्रांसिस्को के लिए उड़ानों का परिचालन करेगी. नेवार्क के लिए दैनिक उड़ानें होंगी जबकि सैनफ्रांसिस्को के लिए सप्ताह में तीन उड़ानें होंगी.
इसी प्रकार एयर फ्रांस के साथ पेरिस से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु की उड़ानों के लिए समझौता हुआ है. एयरलाइन इन भारतीय शहरों से पेरिस के लिए 18 जुलाई से एक अगस्त के बीच 28 उड़ानों का परिचालन करेगी. जर्मनी की विमान सेवा कंपनी लुफ्थांसा के साथ भी बातचीत अग्रिम चरण में है. उन्होंने कहा कि भारत की ओर से सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया के विमान एयर बबल के तहत उड़ान भरेंगे. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में निजी एयरलाइंस भी इसमें रुचि दिखायेंगी.
हरदीप पुरी ने स्पष्ट किया कि ये नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें नहीं होंगी और फिलहाल नियमित उड़ानें शुरू होने की संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरा अनुमान है कि कुछ समय तक एयर बबल के तहत ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन होगा जिसकी जगह बाद में नियमित सेवा लेगी. नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें कब तक शुरू होंगी मुझे नहीं मालूम.
नागरिक उड्डयन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने बताया कि नियमों और स्वास्थ्य प्रक्रियाओं के बुलबुले की सीमा में ही फिलहाल अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू की जा रही हैं, इसलिए इसी एयर बबल नाम दिया गया है. इसमें तीन जरूरी बातें हैं. दोनों देशों के बीच यात्रा के लिए मांग हो, दोनों देशों के नियम एक-दूसरे के यात्रियों की आवाजाही की अनुमति देते हों और विमान सेवा कंपनियां उड़ानों के लिए तैयार हों.
पुरी ने बताया कि देश में पूर्णबंदी के बाद से अब तक 6,87,467 भारतीयों की स्वदेश वापसी हो चुकी है. इसमें वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया समूह की एयरलाइंस की उड़ानों में 2,15,495 भारतीयों को वापस लाया गया है, जो खाड़ी युद्ध के दौरान कुवैत से निकाले गये 1,11,711 की तुलना में दोगुना है. वंदे भारत का अभी चौथा चरण चल रहा है तथा 31 जुलाई तक 50 हजार और लोगों को वापस लाया जायेगा। स्वदेशी निजी विमान सेवा कंपनियाँ वंदे भारत के तहत 12,258 और चार्टर्ड उड़ानों में एक लाख 35 हजार यात्रियों को लेकर आयी हैं जबकि विदेशी चार्टर्ड उड़ानों में दो लाख 11 हजार से अधिक भारतीय स्वदेश लौटे हैं.
एयर इंडिया के अध्यक्ष राजीव बंसल ने बताया कि वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने 53 देशों के 71 शहरों से भारतीयों को निकाला है. इन्हें देश के 17 राज्यों में 26 शहरों तक पहुँचाया गया है. सबसे विदेशों से सबसे अधिक लोग केरल, दिल्ली और तमिलनाडु आये हैं. देश से बाहर जाने वालों में 50 प्रतिशत अमेरिका या कनाडा गये हैं. इसके बाद लोग ब्रिटेन, यूरोप और दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों में गये हैं.
बंसल ने बताया कि यात्रियों की मांग को देखते हुये वंदे भारत में अमेरिका और कनाडा से भारत का किराया 25 प्रतिशत घटाकर 75 हजार रुपये कर दिया गया है. पहले तीन चरणों में इसके लिए एक लाख रुपये किराया लिया गया था. ब्रिटेन तथा अन्य यूरोपीय देशों से भारत का किराया भी घटाया गया है. पहले यह किराया करीब 50 हजार रुपये तक किया गया था.