बागबेड़ा में कलश यात्रा के साथ हनुमान मंदिर के तीन दिवसीय प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव का हुआ शुभारंभ
बागबेड़ा स्थित रामनगर रोड संख्या 1 में नवनिर्मित पंचमुखी हनुमान मंदिर में स्थापित होने वाली हनुमान जी और श्रीराम दरबार की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के निमित तीन दिवसीय महोत्सव का शुभारंभ सोमवार को भव्य कलश यात्रा से किया गया। कोरोना संकट को ध्यान में रखते हुए सामाजिक दूरी के नियम का पालन करते हुए लोग कलश यात्रा में शामिल हुए। श्रद्धालुओं ने चेहरे पर मास्क लगाते हुए धर्मकाज में शिरकत किया। गाजे-बाजे और घोड़ों के संग यात्रा निकाली गई। इस दरम्यान संपूर्ण वातावरण भक्तिमय गीतों की अनुगूंज से लबरेज हो उठा। कलश यात्रा में 151 से अधिक महिलाओं, कन्याओं ने जल भरे कलश को सिर पर धारण कर विभिन्न मार्गों का परिभ्रमण करते हुए मंदिर परिसर पहुंचे। इस क्रम में सैकड़ों लोग कलश यात्रा में शामिल हुए। यात्रा के दौरान जगह-जगह श्रद्धालुओं ने कलश यात्रा की आरती उतार कर इस धार्मिक यात्रा का मान बढ़ाया। लोग हाथों में पुष्प और माला लेकर ईश्वर के प्रति अपनी असीम श्रद्धा को प्रतिबिंबित कर रहे थे। जय श्रीराम और जय हनुमान के जयकारे से संपूर्ण स्थल भक्ति से ओत -प्रोत हो गया। यात्रा मंदिर परिसर से सोमवार सुबह आठ बजे प्रारंभ हुई और बागबेड़ा के बड़ौदा घाट से जल भरकर यात्रा बागबेड़ा बाज़ार से होती हुई मंदिर पहुंची। यात्रा में शामिल लोगों के लिए मास्क, सेनेटाइजर के अलावे पानी और शर्बत का प्रबंध मंदिर कमिटी द्वारा की गई थी। वहीं पूजा आयोजन को लेकर बागबेड़ा थाना को भी सूचना दिया गया था। कलश यात्रा के दौरान बागबेड़ा थाना भी मुस्तैदी से सक्रिय रही और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को पालन कराने में सहयोग किया। यात्रा का नेतृत्व बतौर यजमान रमेश ओझा ने किया। पुरोहित धर्मेंद्र तिवारी, विश्वकर्मा ओझा, जयप्रकाश पांडेय, अशोक ओझा और इंद्रजीत पांडेय ने यज्ञ अनुष्ठान का संकल्प कराया। प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान तीन दिनों तक आयोजित होगी। मंगलवार को पंचमुखी हनुमान जी और श्रीराम दरबार की प्रतिमा का पूजनोपरांत नगर भ्रमण होगा। प्राणप्रतिष्ठा कर मूर्ति को मंदिर में अधिष्ठापित किया जायेगा। इस दौरान पूजा कमिटी के पवन ओझा,सोनू सिंह, विशाल सिंह, अभिषेक ओझा,धनंजय सिंह,संदीप ,भीम कुंवर, सनी झा, कौशल, रोहन, राजू, कोची, विनीत, सुजीत, संजोग अंकित ओझा,चंदन माथे, बड़कू सहित काफ़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहें।
सधन्यवाद,
अभिषेक ओझा