किराए पर रहने वाली महिला ने कालिका राय हत्याकांड का बड़ा राज खोला
राष्ट्र संवाद संवाददाता
बोकारो के कोऑपरेटिव में किराए पर रहने वाली महिला ने कालिका राय हत्याकांड का बड़ा राज खोला। इसी के साथ बोकारो के कोऑपरेटिव कॉलोनी के प्लॉट नंबर 192 ए फुलवास निवास मैं 80 बरस बुजुर्ग कालिका राय की हत्या का सच सामने आ गया। इस हत्याकांड का उद्वेदन हुआ और यह शर्मनाक सच भी सामने आया की उम्र अधिक होने के बाद भी कालिका राय का दिल जवान था और 80 वर्ष से अधिक उम्र का यह बोकारो स्टील प्लांट का रिटायर्ड कर्मचारी रंगीन मिजाज था। उसी के घर में रहने वाली 60 साल की किराएदार द्वारा समय पर किराया चुकता नहीं किए जाने के एवज में वह मनमानी और छेड़खानी किया करता था और उसकी यह हरकत 60 साल की वह महिला वह अच्छा नहीं लगता था। लेकिन पिछले काफी समय से किराया चुकता नहीं करने के कारण किराया देने में डिफाल्टर महिला उसकी रंगीन मिजाज हरकतों का विरोध नहीं कर पाती थी। लेकिन अंदर ही अंदर कालिका राय की हरकत से वह परेशान थी।तंग और तबाह थी। वह उससे नजर बचाकर भगाना चाहती थी और दिल फेक कालिका राय किराया के बहाने उसे अपनी फांस में फंसाए रखना चाहता था। घटना के दिन कालिका राय की वह किराएदार महिला जो कोई होटल चलाती है, उसे फोन करके कालिका राय ने उससे मछली की लाने की मांग की। कालिका राय ने उसे मछली के बहाने अपने रूम में बुलाया और फिर अपनी हरकतों पर उतर आया। इससे असहज हुई महिला किराएदार अचानक गुस्से से भर गई और उसने आनंन-फानन में एक खतरनाक फैसला कर लिया। मसाला पीसने के इस्तेमाल में आने वाले सिलबट्टा को उठाया और उसके प्रहार से कालिका राय को मौत के घाट उतार दिया
कालिका राय पर ताबड़तोड़ हमला करके उसे रात में ही मौत की घाट उतार दिया गया। इस हत्याकांड के बाद सब ऐसे इंतमिनान हो गये, जैसे कुछ हुआ ही नहीं हो। हत्याकांड की खबर जैसे फैली कोऑपरेटिव कॉलोनी और आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई और एक बुजुर्ग की हत्या को लेकर तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई। कई संभावनाओं को आधार बनाकर पुलिस ने जब अपनी जान शुरू की तो कहीं ना कहीं मृतक के रंगीन मिजाज और हरकतों की भनक पुलिस को लगी और फिर पुलिस को समझते हैं देर नहीं लगी की मामला लेनदेन प्रॉपर्टी का नहीं कहीं ना कहीं चाल और चरित्र से जुड़ा हुआ है।