पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर आईजी अखिलेश झा, डीआईजी और एसएसपी ने सैनिक मारपीट मामले की जांच करने पहुंचे जुगसलाई थाना
राष्ट्र संवाद संवाददाता
जमशेदपुर के जुगसलाई थाना क्षेत्र में सैनिक जवान के साथ हुई मारपीट का का मामला हाई प्रोफाइल पहले ही हो गया था सैनिक परिषद और पुलिस संगठन ने इस पर बयान जा री किया था दोनों ओर से ही आरोप प्रत्यारोप का दौरा चल रहा था पूरे मामले पर पुलिस मुख्यालय की नजर रखे हुए हैं और कुछ निर्देश भी दिए
पुलिस महानिदेशक ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया और कहा कि देश का फौजी जेल जाये तो यह दुःख का विषय है और यह नहीं होना चाहिए। यदि कोई फौजी कानून तोड़ता है तो अच्छा होगा कि उसे नजदीक के Army Unit को सौंप दिया जाय, ताकि Army के अधिकारी उस पर अपने बने नियमों के अनुसार कार्रवाई कर सकें।
महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखण्ड ने इस घटना की गंभीरता को अपने संज्ञान में लेते हुए जुगसलाई थाना काण्ड की निष्पक्ष जाँच / अनुसंधान हेतु पुलिस उप-महानिरीक्षक, कोल्हान क्षेत्र को पर्यवेक्षण करने एवं दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
जमशेदपुर के जुगसलाई थाना क्षेत्र में सैनिक जवान के साथ हुई मारपीट का मामले का जांच करने पहुंचे आईजी अखिलेश झा उन्होंने बताया कि 14 मार्च 2025 को सेना में कार्यरत हवलदार सूरज राय अपने चचेरे भाई विजय राय के साथ हुई झड़प के संबंध में जुगसलाई थाने गए थे, जहां पुलिस ने उनके साथ मारपीट की।
इस घटना के बाद सूरज राय को न्यायालय से जमानत मिली है। मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी अखिलेश झा, डीआईजी और एसएसपी ने जांच शुरू की है। आईजी अखिलेश झा ने जुगसलाई क्षेत्र का निरीक्षण भी किया है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना पुलिस और सेना के बीच संबंधों पर सवाल खड़े करती है। सैनिकों को अनुशासन और सम्मान के साथ देखा जाता है, और इस प्रकार की घटनाएं समाज में असंतोष पैदा करती हैं। उम्मीद है कि जांच निष्पक्ष होगी और दोषियों को उचित सजा मिलेगी, जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
बहरहाल वरीय पदाधिकारीकी मामले की जांच में जुटी है देखना है कि इस पूरे प्रकरण में कौन दोषी है परंतु इतना तो तय है कि दोनों ही विभाग देश की सेवा में लगा है