बिहार के रोहतास जिले में छात्र ने अपने सहपाठी की गोली मारकर हत्या की
सासाराम : बिहार के रोहतास जिले में छात्रों के दो समूहों के बीच हुई झड़प में एक नाबालिग लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी गई जबकि एक छात्र घायल हो गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक रोशन कुमार ने बताया कि दसवीं कक्षा के छात्र अमित कुमार ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जिसके बाद उसके सहपाठी को हिरासत में ले लिया गया।
उन्होंने बताया, ‘‘प्रारंभिक जांच में पता चला कि सासाराम के एक परीक्षा केंद्र के अंदर छात्रों के दो समूहों के बीच बृहस्पतिवार को झगड़ा हुआ था…जब अमित और एक अन्य छात्र संजीत कुमार ऑटोरिक्शा से घर लौट रहे थे तो उनके एक सहपाठी ने उन्हें रोका और कथित तौर पर वह दोनों छात्रों पर गोली चलाकर फरार हो गया।’’
पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और उन्हें नजदीकी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया, ‘‘अमित ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया जबकि संजीत की हालत स्थिर बताई जा रही है। मामला दर्ज कर लिया गया है और अपने सहपाठियों पर गोली चलाने वाले नाबालिग छात्र को हिरासत में ले लिया गया है। आगे की जांच जारी है।’’
उन्होंने बताया कि छात्रों के बीच हुई झड़प और उसके बाद हुई गोलीबारी की घटना के कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
पुलिस ने आरोपी नाबालिग के पास से हथियार और मोबाइल फोन जब्त कर लिया है।
जिला पुलिस ने शुक्रवार शाम को जारी एक बयान में कहा कि जांच में यह भी पता चला है कि अमित, संजीत और उसके दोस्त एक साल से हिरासत में लिए गए नाबालिग को कथित तौर पर परेशान कर रहे थे।
बयान में कहा गया, ‘‘नाबालिग लड़के ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि अंतिम परीक्षा के दौरान अमित, संजीत और अन्य लोगों ने उस पर हमला किया था जिसके बाद उसने बदला लेने का फैसला किया। आरोपी ने यह भी बताया कि वह एक अन्य सहपाठी को भी गोली मारना चाहता था, लेकिन गलती से अमित और संजीत को लग गई।’’
पुलिस ने बताया कि हिरासत में लिए गए लड़के ने दावा किया कि ‘‘जो लोग उसे परेशान कर रहे थे उन्होंने यह गलत सूचना फैलाई कि परीक्षा में नकल को लेकर उनके बीच झड़प हुई थी।’’
इससे पहले दिन में, मृतक छात्र के परिजनों ने बाद में पास के राजमार्ग के एक हिस्से को अवरुद्ध कर दिया और टायर जलाकर यातायात को बाधित किया।
प्रदर्शनकारियों ने आरोपी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए उसका शव राजमार्ग पर रख दिया।
एक अधिकारी ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद परिजनों ने प्रदर्शन खत्म किया।