जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय प्रत्याशी सरयू राय ने संवादाता सम्मेलन कर मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री के साले पर सीधे निशाना साधते हुए कहा कि 8 नवंबर 2016 की रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा किया की 500 और 1000 के नोट अब अवैध हो गए हैं किसी के पास भी है तो उसे बैंक में जमा कराएं । 500 और 1000 के नॉट के आवेद होने की घोषणा होने के बाद से ही इसे अवैध माना गया था । परंतु जमशेदपुर में मुख्यमंत्री के अपने साले सोनारी निवासी खेमराज साहू ने नोट बंदी लागू होने के बाद दिनांक 14 नवंबर 2016 को एक व्यक्ति के साथ 16 लाख रुपए का लेन-देन किया । इस लेनदेन की एवज मैं उन्होंने सबूत के तौर पर उसकी पतिसंपत्ति का डेवलपमेंट एग्रीमेंट जिस एग्रीमेंट में 26 लाख लेने के बाद बात कही गई है । वह व्यक्ति सोनारी के प्रेमदास के भतीजे मनीष दास है। उन्होंने एक साल बाद मुख्यमंत्री के साले को या पैसे देने का प्रयास किया और उसके एवज मे लिए गए डेवलपेंट के कागजात वापस देने का अनुरोध किया तब मुख्यमंत्री के साले खेमराज साहू ने कहा कि मैं अपना मकान और जमीन लूंगा जिससे एग्रीमेंट की डेवलप किया है । इस बात को लेकर सरयू राय ने कहा कि जब भी वे लगे पैसे लौटाने और कागजात देने की बात कहते थे तो उनको प्रताड़ित किया जाता था ।
सरयू राय ने यह भी बताया कि खेमराज ने मनीष दास को कदमा स्थित अपने आवास पर बुलाया तथा उनके साथ मारपीट भी की थी उसके बाद कदमा थाना के बड़े बाबू को बुलाकर मनीष दास को थाने भेज दिया गया था और रात भर उसे वही रखा गया । उनकी पिटाई थाने में हुई और यह कह कर थोड़ा गया जैसे हेमचंद सिंह कहते हैं वैसा करो । मनीष दास ने अपनी सुरक्षा के लिए सी जी एम कोर्ट में पिटीशन दाखिल किया जिसके बाद भी उन्हें राहत नहीं मिली तो उन्होंने हाईकोर्ट में पीआईएल किया ।
सरयू राय ने यह भी कहा कि सवाल यह उठता है कि जब मनीष दास शिकायत उपायुक्त, सीनियर एसपी और अन्य अधिकारियों से की पर उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई।खेमराज साहू के खिलाफ इनकम टैक्स कोई मामला भेजा गया ताकि वे पता करें की 1600000 रुपए का कनेक्शन वैध है या अवैध ।
पर इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और हाईकोर्ट में पीआईएल दाखिल होने के बाद भी सरकार द्वारा इस पर संज्ञान नहीं लिए जाने पर यह संबोधित करता है कि मुख्यमंत्री की और उनके परिवार की इसमें सीधी मिलीभगत है ।
उन्होंने यह भी कहा कि बात 16 लाख रुपए की हो या 26 लाख की वह अवैध ही है व काला धन हैं । उन्होंने यह भी कहा कि काला धन कहां से पैदा हुआ इसकी जांच नहीं हुई और खेमराज साहू इतनी बड़ी राशि किसी को कैसे दे सकते हैं ।