जयदा मकर संक्रांति मेले में चोरों का आतंक, प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
राष्ट्र संवाद संवाददाता
चांडिल: पौराणिक मकर संक्रांति मेला,चांडिल के जयदा में 14 से 17 जनवरी तक आयोजित हो रहा है, जिसमे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच अपराधियों के सक्रिय होने से चर्चा का विषय बन गया है। श्रद्धालु, जो दूरदराज के इलाकों से भगवान शिव के दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए आते हैं, अब अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। श्रद्धालुओं से सोने की चैन,कैमरा,मोबाइल,पर्स, बैग छिनताई की घटना हो रही है.
*अपराधियों की करतूत ने उड़ा दी सुरक्षा व्यवस्था की धज्जियां*
मेले में अपराधियों द्वारा 14 को श्रद्धालुओं के गले से सोने की चैन और कंधे से बैग छीनने की घटनाएं सामने आई हैं। जमशेदपुर के सुंदरनगर से आई नंदरानी दास के बैग, जिसमें 2100 रुपये नगद और मोबाइल था, को छीन लिया गया। जब उन्होंने इस मामले की शिकायत पुलिस से की, तो उन्हें धमकाने का आरोप लगाया गया। पुलिसकर्मियों का कहना था कि “अपने सामान की सुरक्षा खुद करें।”
*प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल*
इससे पहले, 11 जनवरी को आयोजित अनुमंडल स्तरीय बैठक में मेला स्थल पर शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़े-बड़े दावे किए गए थे। लेकिन घटनाओं ने इन दावों की पोल खोल दी है। चौका थाना के प्रभारी थानेदार प्रदीप कुजूर का बयान, “हम क्या कर सकते हैं, मेले में कीमती सामान क्यों लेकर आए,” प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है।
*श्रद्धालुओं में आक्रोश*
मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त इंतजाम न होने से लोगों में गुस्सा है। जयदा महंत केशवानंद ने भी प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि 11 जनवरी की बैठक में तय सुरक्षा प्रबंध पूरी तरह विफल साबित हुए हैं।
मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर मेले में आए श्रद्धालुओं के लिए यह घटनाएं निराशाजनक हैं। प्रशासन को इन मामलों पर तुरंत कार्रवाई करते करे .