“डॉ. अंबेडकर के अपमान के विरोध में जामताड़ा कांग्रेस का पैदल मार्च,गृह मंत्री अमित शाह की बर्खास्तगी की मांग”
“संविधान की रक्षा और दलित अधिकारों के लिए कांग्रेस का प्रदर्शन, अमित शाह से माफी की मांग”
राष्ट्र संवाद संवाददाता
जामताड़ा: आज भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (AICC) के निर्देशानुसार जामताड़ा जिला कांग्रेस कमेटी के सभी सम्मानित कार्यकर्ताओं और नेताओं ने मंत्री आवास से प्रभारी मुन्नम संजय जी और जामताड़ा जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष विजय दुबे के नेतृत्व में पैदल मार्च करते हुए कोर्ट रोड मोड़ पर बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। यह मार्च केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. अंबेडकर पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में आयोजित किया गया।
मार्च के दौरान सभी कार्यकर्ताओं ने अमित शाह की बर्खास्तगी और सार्वजनिक माफी की मांग की। भाजपा की दलित-विरोधी मानसिकता और संविधान में बदलाव की कोशिशों की कड़ी आलोचना करते हुए, कांग्रेस ने बाबा साहब के अपमान को पूरे देश का अपमान करार दिया।
इसके पश्चात, जिला उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को एक मेमोरेंडम सौंपा गया, जिसमें निम्नलिखित मांगे रखी गईं:
1. अमित शाह की बर्खास्तगी:
डॉ. भीमराव अंबेडकर पर उनकी अपमानजनक टिप्पणी के लिए उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री के पद से तत्काल हटाया जाए।
2. सार्वजनिक माफी:
अमित शाह को अपनी टिप्पणियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
3. दलित और संविधान संरक्षण:
भाजपा की संविधान विरोधी मानसिकता और दलित समुदाय के अधिकारों के प्रति उनके उपेक्षात्मक रवैये का कड़ा विरोध किया गया।
4. जाति सर्वेक्षण का समर्थन:
कांग्रेस पार्टी ने जाति आधारित सर्वेक्षण का समर्थन किया है, जिसे भाजपा ने जानबूझकर बाधित किया।
5. संविधान की रक्षा का संकल्प:
कांग्रेस पार्टी संविधान में निहित मूल्यों और डॉ. अंबेडकर की विरासत की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
कांग्रेस पार्टी ने स्पष्ट किया है कि डॉ. अंबेडकर जैसे महान नेता का अपमान कांग्रेस और देश किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की यह हरकत दलित समुदाय सहित पूरे देश की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है। कांग्रेस पार्टी संविधान और समानता के अधिकारों की रक्षा के लिए हर मोर्चे पर लड़ाई जारी रखेगी।
मौके पर कांग्रेस की महिला मोर्चा की प्रदेश सचिव पूर्णिमा धर,कुंडहित प्रखंड अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद घोष आदि मौजूद थे।