नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा हॉस्टल और अन्य फीस बढ़ाने को लेकर प्रदर्शन के बाद विश्वविद्यालय ने बढ़ी हुई फीस भले ही कम कर दी हो लेकिन एक हकीकत यह भी है JNU के छात्र अभी भी कई बड़े विश्वविद्यालय और कॉलेजों की तुलना में हॉस्टल फीस कम देंगे. अन्य कॉलेजों जैसे, IIT दिल्ली, IIT बॉम्बे और दिल्ली-मुंबई के कॉलेजों से लेकर जालंधर और इंदौर जैसे नॉन-मेट्रो शहरों के उच्च शिक्षा संस्थानों से 5-20 गुना कम हॉस्टल फीस JNU के छात्रों को भरनी पड़ेगी.डेटा के मुताबिक, JNU के छात्रों की रिवाइज्ड हॉस्टल फीस बढ़कर 3,600 रुपये प्रति साल हो गई है (आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आने वाले छात्रों के लिए रिवाइज्ड फीस 1,800 रुपये प्रति वर्ष है). IIT बॉम्बे की सालाना हॉस्टल फीस 15,000 रुपये और IIT दिल्ली की 20,000 रुपये है. चेन्नै का लोयोला कॉलेज ह्यूमैनिटीज और साइंस के छात्रों से प्रति वर्ष एकोमोडेशन के लिए 20,000 रुपये लेता है. इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स को इसके लिए साल के 65,000 रुपये देने पड़ते हैं.नॉन-मेट्रो शहरों के शिक्षा संस्थान भी JNU से अधिक हॉस्टल फीस लेते हैं. IIM इंदौर में ग्रेजुएशन करने वालों को सालाना 25,000 रुपये हॉस्टल फीस देनी पड़ती है और उन्हें कमरा दो अन्य स्टूडेंट्स के साथ शेयर करना होता है. पोस्ट-ग्रेजुएट छात्रों को सिंगल रूम मिलता है, जिसके लिए उनसे 75,000 रुपये लिए जाते हैं.ज्यादातर अंडरग्रेजुएट कॉलेजों में हॉस्टल चार्ज बहुत ज्यादा है. दिल्ली के सेंट स्टीफंस में छात्र हर साल 60,000 रुपये देते हैं. मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस में हॉस्टल फीस 30,000 रुपये है. यहां तक कि इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी दिल्ली (IIITD) सिंगल ऑक्युपेंसी के लिए सालाना 60,000 रुपये और डबल शेयरिंग कमरे के लिए 45,000 रुपये प्रति वर्ष चार्ज करता है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, जालंधर डबल शेयरिंग का 12,000 रुपये और सिंगल रूम का 18,000 रुपये लेता है. आंध्र प्रदेश का नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी छात्रों से 20,000 रुपये की सालाना हॉस्टल फीस लेता है.