हरेलाल महतो की ओवरलोड गाड़ियों का कहर: 12 वर्षीय मासूम की मौत, 9 वर्षीय बच्ची एक व्यक्ति सहित दो घायल आक्रोशित ग्रामीणों ने किया सड़क जाम
अवैध बालु के उठाव का स्थानीय ग्रामीणों का विरोध
राष्ट्र संवाद संवाददाता
चांडिल ईचागढ़ थाना क्षेत्र के तिरूलडीह मार्ग पर स्थित सोरो कुडमाडीह मोड़ के समीप गुरुवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ। जिसमे हरे लाल महतो के अनियंत्रित टीप ट्रेलर की चपेट में आकर बाइक सवार सपन महतो और
9 वर्षीय भतीजी गंभीर रूप से घायल हो गए, वहीं 12 वर्षीय एक लड़के सुनील महतो की मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे के बाद क्षेत्र में आक्रोश फैल गया और स्थानीय ग्रामीणों ने सड़क जाम कर अपना गुस्सा व्यक्त किया। घटना दिन 10 .30 बजे दिन की है . सपन महतो
घटना के बाद ग्रामीणों ने घायल बाइक सवार व्यक्ति और उसकी 9 वर्षीय भतीजी को मिलन चौक स्थित नरसिंह होम में प्राथमिक उपचार के बाद मुरी सिमपुर अस्पताल बेहतर इलाज के लिए भेजा गया। हादसे के बाद ट्रेलर चालक मौके से फरार हो गया, जिससे ग्रामीणों का गुस्सा और भी भड़क गया।
घटनास्थल पर डीएसपी सुनील रजवार, ईचागढ़ अंचल अधिकारी दीपक कुमार, इंस्पेक्टर अजय कुमार, थाना प्रभारी विक्रमादित्य पांडेय, चौका थाना प्रभारी बजरंग महतो और तिरूलडीह थाना प्रभारी आलम चांद महतो पहुंचे और ग्रामीणों को सड़क जाम हटाने का प्रयास किया। हालांकि, ग्रामीण मुआवजे की मांग पर देर शाम तक अड़े रहे और किसी भी समझौते के लिए तैयार नहीं हुए।
ग्रामीणों का आरोप है कि आजसू नेता हरे लाल महतो की गाड़ियां अक्सर इस ग्रामीण सड़क पर ओवरलोड बालू लेकर चलती हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन द्वारा इन गाड़ियों की जांच नहीं की जाती, चाहे वह गाड़ियों का चालान हो, ड्राइविंग लाइसेंस की वैधता हो या अन्य नियमों का पालन नहीं होता न ही कागजात की जांच होती है. जिससे पुलिस प्रशासन और अवैध बालू कारोबारियों की मिलीभाग के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
जे . बी.के. एस.एस.गोपेश महतो ने आरोप लगाया कि हरे लाल एंटरप्राइज की गाड़ियों से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं,इस गाड़ी के मालिक और चालन ,चालक के लाइसेंस की जांच होनी चाहिए .साथ ही अन्य बालू में चलनेवाली गाड़ियों की जांच होनी चाहिए. लेकिन प्रशासन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता।
इस घटना के बाद ग्रामीणों ने यह भी कहा कि वे अवैध बालू कारोबार और इन गाड़ियों के खिलाफ आंदोलन करेंगे जिसकी जिम्मेवारी स्थानीय प्रशासन की होंगी.इस घटना ने अवैध बालू खनन और ओवरलोड वाहनों की समस्या को उजागर कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते इस पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, तो वे इस आंदोलन को और तेज करेंगे।