झारखण्ड के छूटे हुए जिलों के उपायुक्त से भी अग्रवाल (वैश्य बनिया) जाति के सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक बिन्दु पर एक सुस्पष्ट प्रतिवेदन मंतव्य की माँग
पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष मुकेश मित्तल ने पत्र के माध्यम से के. के. सिंह (भा.प्र. से.), सदस्य सचिव, पिछड़े वर्गों के लिए राज्य आयोग, झारखंड सरकार से झारखण्ड के छूटे हुए जिलों के उपायुक्त महोदयों से भी अग्रवाल (वैश्य बनिया) जाति के सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक बिन्दु पर एक सुस्पष्ट प्रतिवेदन मंतव्य की माँग की है।
मुकेश मित्तल ने लिखा कि उपर्युक्त विषय के सम्बन्ध में झारखण्ड राज्य में निवासरत अग्रवाल (वैश्य/बनिया) जाति को झारखण्ड राज्य के पिछड़े वर्गों की सूची (अनुसूची- 11) के क्रमांक-20 में सम्मिलित करने सम्बन्धी श्री काशी प्रसाद अग्रवाल, अध्यक्ष, अग्रसेन हितकारणी सभा, राँची, निवास-बाजरा, थाना- पंडरा, जिला राँची, झारखण्ड का आवेदन आयोग में प्राप्त हुआ है, जिसके एवज में आयोग के कार्यालय द्वारा कई जिलों के उपायुक्त महोदयों से “अग्रवाल (वैश्य / बनिया)” जाति के सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक बिन्दु पर एक सुस्पष्ट प्रतिवेदन मंतव्य के साथ उपलब्ध कराने की माँग की गई है, ताकि प्रस्तुत विषय पर आयोग द्वारा अग्रेतर कार्रवाई की जा सके।
जानकारी के अनुसार कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिले पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम एवं सराइकेला-खरसावां के साथ-साथ झारखण्ड के कई जिलों के उपायुक्त महोदयों से शायद आयोग के कार्यालय द्वारा उपर्युक्त प्रतिवेदन की माँग करना छूट गई है। इस कारण मुकेश मित्तल ने माँग की है कि झारखण्ड के छूटे हुए जिलों के उपायुक्त महोदयों से भी अग्रवाल (वैश्य बनिया) जाति के सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक बिन्दु पर एक सुस्पष्ट प्रतिवेदन मंतव्य के साथ जल्द से जल्द उपलब्ध कराया जाना चाहिए, ताकि झारखण्ड प्रान्त में रह रहे समुचित अग्रवाल जाति के लोगों को न्याय मिल सके।