विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर एसजीएसवाई प्रशिक्षण भवन सभागार में आयोजित हुआ जिला स्तरीय कार्यक्रम, पूरे कार्यक्रम में दिखी आदिवासी संस्कृति एवं परंपरा की झलक
राष्ट्र संवाद संवाददाता
जामताड़ा: विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर समाहरणालय जामताड़ा स्थित एसजीएसवाई प्रशिक्षण भवन सभागार में जिला स्तरीय समारोह आयोजित किया गया।
आयोजित कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ माननीय अध्यक्ष, झारखण्ड विधानसभा, श्री रवीन्द्र नाथ महतो, माननीय मंत्री, ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग एवं पंचायती राज विभाग, झारखण्ड, डॉ इरफान अंसारी, माननीय विधायक, बरही, श्री उमाशंकर अकेला, उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्रीमती कुमुद सहाय (भा०प्र०से०), पुलिस अधीक्षक जामताड़ा श्री अनिमेष नैथानी (भा०पु०से०), परियोजना निदेशक ITDA श्री जुगनू मिंज के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
_*माननीय अतिथियों को किया गया सम्मानित*_
वहीं इससे पूर्व माननीय अतिथियों के आगमन पर उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, वन प्रमंडल पदाधिकारी, परियोजना निदेशक एवं अनुमंडल पदाधिकारी ने बुके देकर स्वागत किया। वहीं कार्यक्रम स्थल तक पारंपरिक परिधान में बच्चियों के द्वारा माननीय अतिथियों को लाया गया। वहीं सभी अतिथियों को पगड़ी, पारंपरिक गमछा तथा पौधा देकर स्वागत किया गया।
_*अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है*_
आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माननीय अध्यक्ष झारखण्ड विधानसभा श्री रवीन्द्रनाथ महतो ने कहा कि जिला प्रशासन जामताड़ा के तत्वाधान में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि विश्व स्तर पर जिन भी देशों में आदिवासी निवास करते हैं, वहां इनके आर्थिक, समाजिक, राजनीतिक एवं शैक्षणिक विषयों का आकलन करते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आदिवासी लोग काफी मेहनती होते हैं, अधिक कमाते भी हैं और उनका खर्च न्यून रहने के बाद भी उनकी स्थिति काफी खराब है, यह सोचनीय है। उन्होंने समाज के अग्रणी लोगों से समाज के प्रति प्रतिबद्धता दिखाते हुए उन्हें मुख्यधारा में लाने हेतु प्रयास करें।
_*आदिवासियों का उत्थान हो रहा है*_
वहीं माननीय मंत्री ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग एवं पंचायती राज विभाग झारखण्ड डॉ इरफान अंसारी ने सभी को आदिवासी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि झारखंड सरकार में लग रहा है कि हमारे आदिवासियों का उत्थान हो रहा है, बाल बच्चों का उत्थान हो रहा है, उन्हें सम्मान मिल रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि आदिवासियों को समान रूप से हक मिले इसके लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है। उन्होंने आदिवासियों से कहा कि हम आपके साथ हैं। आप लोग एकजुट होकर रहें ताकि कोई आपके हक और अधिकार को छीनने का प्रयास न कर सके।
आदिवासी प्रकृति की हिफाजत करते हैं
वहीं माननीय विधायक, बरही, श्री उमाशंकर अकेला ने सभी को बरही विधानसभा एवं पूरे झारखण्ड की तरफ से शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें इतिहास को जानना चाहिए, पूर्वजों के बारे में जानें। उन्होंने कहा कि आदिवासी प्रकृति की हिफाजत करते हैं। सरहुल के त्योहार में आप पेड़ों की पूजा करके ऑक्सीजन की हिफाजत करते हैं, इससे महान और कोई काम नही हो सकता है।
आदिवासी समुदाय की सांस्कृतिक धरोहर हमारे देश की समृद्धि एवं विविधता का प्रतीक हैं – उपायुक्त
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्रीमती कुमुद सहाय (भा०प्र०से०) ने कहा कि आदिवासी संस्कृति, परंपरा और उनके योगदान को सम्मानित करने का यह महत्पूर्ण अवसर है। आदिवासी समुदाय की सांस्कृतिक धरोहर हमारे देश की समृद्धि एवं विविधता का प्रतीक है। उनके पारंपरिक ज्ञान, जीवनशैली, पर्यावरण के प्रति उनके लगाव को देखते हुए सरकार के नियम एवं नीति के तहत हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज का दिन यह संकल्प लेने का दिन है कि हम आदिवासी समुदाय के अधिकारों की रक्षा करेंगे, उनके साथ सम्मान एवं समानता का व्यवहार करेंगे।
पढ़ाई के साथ साथ अपने इतिहास और संस्कृति के बारे में जानकारी देनी चाहिए
वहीं पुलिस अधीक्षक जामताड़ा श्री अनिमेष नैथानी ने कहा कि हमे बच्चों को पढ़ाई के साथ साथ अपने इतिहास और संस्कृति के बारे में जानकारी देनी होगी ताकि उन्हें अपनी संस्कृति से लगाव बना रहे। उन्होंने कहा कि यह दिवस आदिवासी अधिकारों के प्रति जागरूकता एवं संवेदनशीलता को परिलक्षित करता है कि किस प्रकार से हमें और ज्यादा जागरूक और संवेदनशील रहना चाहिए।
योजना के बारे में दी गई जानकारी
आयोजित कार्यक्रम में परियोजना निदेशक आईटीडीए श्री जुगनू मिंज ने कहा कि यह दिवस विशेष रूप से आदिवासी जनजातियों के बीच उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने एवं संविधान प्रदत्त उनके अधिकारों की रक्षा के लिए मनाया जाता है। उन्होंने इस अवसर पर कल्याण विभाग द्वारा संचालित आदिवासी कल्याण सम्बन्धित योजनाओं एवं उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
विभिन्न विभागों के द्वारा लगाए गए स्टॉल; पारिसंपत्तियों का हुआ वितरण
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पशुपालन, कृषि, मत्स्य, अग्रणी बैंक, समाज कल्याण, सामाजिक सुरक्षा सहित अन्य के द्वारा स्टॉल लगाकर योजनाओं की जानकारी प्रदान की गई। वहीं सामाजिक सुरक्षा विभाग के द्वारा मईया सम्मान योजना योजना का अतिरिक स्टॉल लगाकर आवेदन प्राप्त किया गया। वहीं इस अवसर पर माननीय अतिथियों के द्वारा 10 व्यक्तिगत एवं 10 सामुदायिक कुल 20 वनाधिकार पट्टों का वितरण किया गया। इसके अलावा पशुधन योजना के तहत 150 यूनिट बत्तख चूजा तथा मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत 2 स्कॉर्पियो एवं 2 ट्रैक्टर की चाबी लाभुकों के बीच वितरण किया गया। वहीं इस मौके पर माननीय मंत्री एवं अन्य गणमान्य के द्वारा गोद भराई एवं बच्चों का अन्नप्राशन रस्म भी किया गया।इस अवसर पर उपरोक्त के अलावा उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी जामताड़ा श्रीमती कुमुद सहाय , पुलिस अधीक्षक जामताड़ा श्री अनिमेष नैथानी , वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री राहुल कुमार , परियोजना निदेशक आईटीडीए श्री जुगनू मिंज, अनुमंडल पदाधिकारी श्री अनंत कुमार, प्रभारी जिला कल्याण पदाधिकारी श्री एजाज अहमद, संबंधित जनप्रतिनिधि, संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी सहित अन्य जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।