खुदीराम बोस का शहादत दिवस पूर्वी विधानसभा क्षेत्र के लिए मिल का पत्थर होगा साबित !
धीरज कुमार सिंह
राजनीति का प्रयोगशाला भले ही झारखंड हो 2024 में जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा की जनता भी एक बार फिर प्रयोग करने के मूड में आ चुकी है सभी राजनीतिक दल अभी से भी साथ बढ़ा रहे हैं और उसमें सामाजिक संगठन जातीय संगठन और स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी धीरे-धीरे अपनी उपस्थिति दर्ज करना सभी राजनीतिक दल के पास शुरू कर दिया है
झारखंड की बात तो अलग है जमशेदपुर में भी बांग्ला समाज की जनसंख्या काफी है और पिछले कई वर्षों से यह देखा जा रहा है कि बंगबंधु संस्था तथा बांग्ला उन्नयन समिति लगातार राष्ट्रीय राजनीतिक दल से लेकर क्षेत्रीय राजनीतिक दल के दरवाजे को खटखटा रही है और उसकी मांग है कि राजनीतिक स्तर पर उनकी सहभागिता सुनिश्चित हो अन्यथा हुए झारखंड में विचार कर लगभग 12 सीटों पर अपना स्वतंत्र प्रत्याशी उतरेगा
दोनों संगठनों ने भाजपा झामुमो कांग्रेस के आला नेताओं को अपना संदेश दे दिया है कि अगर उनकी भागीदारी सुनिश्चित नहीं करेंगे तो प्रत्याशी हम मैदान में उतरेंगे ही
संस्था के कई पदाधिकारी ने राष्ट्र संवाद को बताया कि टिकट के वितरण में अगर बंगाली को समाज की इस बार अनदेखी की गई तो परिणाम चाहे जो हो हम लोग चुनावी मैदान में उतरेंगे जिसकी घोषणा 15 अगस्त के बाद कभी भी हो सकती है
पूर्वी विधानसभा के लिए तो के लिए तो कई लोग अभी से तैयारी में लग गए हैं तैयारी में लगने से पूर्व सभी लोग एकजुट होकर पार्टी के आलाकमान अपनी बातों को पहुंच चुके हैं जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट से अगर कोई बंगाली प्रत्याशी मैदान में उतरते हैं तो एक बार फिर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र हॉट सीट होगा
जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा सीट के लिए 11 तारीख खास होने वाला है उस दिन कई समीकरण देखने को मिल सकते हैं और और राष्ट्रीय राजनीतिक दल से लेकर क्षेत्रीय राजनीतिक दल के माथे पर पसीना आने की उम्मीद है क्योकि खुदीराम बोस के शहादत दिवस के अवसर पर बंगाली समाज उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए बड़ी घोषणा का मन बना चूका है |