*सुजल एवं स्वच्छ गांव बनाने का मुखिया ,जल सहिया एवं स्वच्छता ग्राहीयों को दिया गया प्रशिक्षण……….*
कल दिनांक- 19/10/2019 को संध्या बेला में जामताड़ा जिला के समाहरणालय में स्थित एसजीएसवाई भवन में सुजल एवं स्वच्छ गांव के विषय पर जिला स्तर पर द्वितीय चरण में जामताड़ा एवं फतेहपुर प्रखंड के जल सहिया, मुखिया एवं स्वच्छता ग्राहीयों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। आज द्वितीय चरण प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन समारोह किया गया।उप विकास आयुक्त श्री नागेन्द्र कुमार सिन्हा के अध्यक्षता में प्रशिक्षक जिला कनीय अभियंता श्री आशीष कुमार, जिला समन्वयक श्रीमति रूबी कुमारी एवं श्री अनुज कुमार के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यशाला में ओडीएफ प्लस की गतिविधियों के बारे में सभी जलसहिया एवं मुखिया को विस्तार पूर्वक बताया गया। शौचालय के उपयोग को बढ़ाने के संबंध में तथा शौचालय के रखरखाव को ठीक से रखने को लेकर जानकारी दी गई । साथ ही सिंगल यूज़ प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में बताते हुए इसका उचित प्रबंधन के बारे में बताया गया एवं कम से कम उपयोग करते हुए ग्रामीण स्तर पर चर्चा कर लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया गया। गांव को स्वच्छ बनाने के लिए एवं पाइप लाइन कनेक्शन के माध्यम से शुद्ध जल को घर-घर तक पहुंचाने के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही सभी प्रशिक्षणार्थियों ने मिलकर सोशल मैपिंग तैयार किया गया। साथ ही ग्रामीण स्तर पर योजनाओं के संचालन एवं निर्माण में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने का भी प्रशिक्षण दिया गया। जिला कनीय अभियंता ने बताया कि पानी के जल मीनार से जो भी लाभुक जुड़े हुए हैं उनका एक उपभोक्ता समिति बनाई जाए तथा हर महीने ₹62 के हिसाब से प्रति घर समिति के अकाउंट में पैसा जमा किया जाएगा तथा संचालन के समय रखरखाव में जरूरत के हिसाब से खर्च किया जाएगा। जिससे कि योजना का ऑपरेशन एंड मेंटिनेस सही तरीके से हो सके, ताकि लाभुक स्वावलंबी बनकर योजना का लाभ ले सके। सभी जल सहिया को ग्राम स्तर पर और सभी मुखिया को पंचायत स्तर पर विकास की योजनाओं को गति प्रदान करने को कहा गया है। साथ ही बैठक कर सरकार की योजनाओं के बारे में जिला ,प्रखंड ,पंचायत एवं ग्राम स्तर पर अपनी सहभागिता देते हुए लोगों को जागरूक करने की अपील की गई है। जिससे सभी ग्रामों का सर्वांगीण विकास हो सके। अंत में सभी मुखिया, जल सहिया, एवं स्वच्छता ग्राहीयों को प्रशस्ति पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया।