हिंदू और हिंदुस्तान सनातन धर्म संवत का 2081 का प्रारंभ हो गया है…….. 9 अप्रैल दिन मंगलवार वसंतीय नवरात्र प्रारंभ इसी दिन से माता के कलश की स्थापना 9 दिनों के लिए होगी और माता की पूजा अर्चना वेद पुराणों के अनुसार विधि विधान से होगी यह दिन सनातन धर्म को मानने वालों के लिए विशेष होता है
क्योंकि ब्रह्म पुराण के अनुसार इसी दिन ब्रह्मा ने दुनिया को बनाया था और इस समय से हिंदू अपना नववर्ष के रूप में मनाते हैं इसी समय से तेलुगू और कन्नड़ में एक युग की शुरुआत होती है इसे तेलुगु में उगादि कहा जाता है कन्नड़ और तेलुगु के लिए या साल पहले दिन माना जाता है गुड़ी पड़वा मां के पहले दिन मनाया जाता है और मराठियों द्वारा नव वर्ष के रूप में मनाया जाता है सच पूछिए तो या दिन हिंदुत्व निर्माण का सुनहरा समय है या समय मानव निर्माण का तो था ही साथ-साथ प्राकृतिक का भी प्रारंभिक समय होता है
आप इस समय प्राकृतिक पर ध्यान से गौर करेंगे तो पाएंगे कि पेड़ पौधों में देखेंगे की नई-नई पत्तियां और फूल आते इससे हम जानकारी मिलती की यह प्राकृतिक का भी प्रारंभिक समय है इसी कारण मैं सरदार सुरेंद्र सिंह ज्योतिष सम्राट कहता हूं यह समय पूरे धरती के लिए नव वर्ष होता है प्रिय पाठकों में आपको कुछ जानकारी देना तो भूल ही गया
इसी समय गुरु गोविंद सिंह ने बैसाखी के दिन सिखों को जन्म दिया खालसा के रूप में इस कारण पंजाबियों का भी नया वर्ष शुरू होता है और हमारे बंगाल का भी पहला वैशाख मनाया जाता है इस समय बंगाली रंग-बिरंगे परिधान धारण करते हैं और तरह-तरह के मिठाइयों से एक दूसरे को खिलाकर नया वर्ष मनाते हैं