पेपर लीक के आरोप और छात्रों के प्रदर्शन के बाद राज्य सरकार पर निशाना झामुमो ने किया खारिज
जेपीएससी द्वारा रविवार को ली गई सिविल सेवा की कंबाइंड प्रारंभिक परीक्षा के पेपर लीक को लेकर चतरा में छात्रों का हंगामा और पेपर लीक के आरोप को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि जब हर तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला हो तो इस तरह की ही खबरें आती हैं.बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जब तक राज्य में करप्शन नहीं खत्म होगा, तब तक बाकी चीजे ठीक नहीं हो सकती हैं.बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जब पैसा लेकर जॉब बांटा जाएगा, तब वही होगा जो वर्तमान में हो रहा है.
बाबूलाल ने की मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांगराज्य के कुल 834 परीक्षा केंद्रों पर जेपीएससी सिविल सर्विस पीटी की परीक्षा हो रही है. दो पालियों में हो रही इस पीटी परीक्षा को लेकर चतरा में परीक्षार्थियों द्वारा यह कहते हुए बवाल काटा गया कि परीक्षा का पेपर लीक हो गया है. इसी तरह की खबर जामताड़ा से भी मिली है. पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने जेपीएससी पेपर लीक की आ रही खबरों के बाद पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए दोहराया कि सत्ता से संरक्षित भ्रष्टाचार और अपराध को रोके बिना इस तरह की घटनाओं को नहीं रोका जा सकता.बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जब पैसे लेकर नौकरियां दी जाएगी, तो इस तरह की घटनाएं होती रहेगी.
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार झारखंड पब्लिक सर्विस कमीशन द्वारा रविवार को आयोजित 11वीं-12वीं और 13 वीं सिविल सर्विस की पीटी परीक्षा देने पहुंचे चतरा के उपेंद्र नाथ वर्मा इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र पहुंचे अभ्यर्थियों ने यह कहते हुए हंगामा किया कि कॉलेज प्रबंधन ने परीक्षा से पहले ही प्रश्न पत्र लीक कर दिया. परीक्षार्थियों द्वारा प्रश्न पत्र लीक करने के आरोप और हंगामे के बाद परीक्षार्थियों को शांत कराने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. छात्रों का कहना था कि नियम के अनुसार छात्रों के सामने ही प्रश्नपत्र के पैकेट का सील खोलना चाहिए था,
लेकिन चतरा के उस सेंटर पर प्रश्न पत्र का सील पहले से खुला था. छात्रों का आरोप है कि जब उन लोगों ने इस मुद्दे को उठाया तो कॉलेज प्रबंधन के लोग उल्टे अभ्यर्थियों के साथ बदतमीजी करने लगे. वहीं मामले में कॉलेज के प्राचार्य धनेश्वर राम ने कहा कि कंट्रोल रूम में परीक्षा अवधि में ही नियमानुसार प्रश्न पत्र को खोला गया है. इस प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई है
केंद्रीय मंत्री अंर्जुन मुंडा ने इस मामले में कहा कि यह छात्र छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. लगातार प्रतियोगिता परीक्षाओं में पेपर लीक का मामला चिंता का विषय है. इस मामले को झारखंड सरकार को देखना चाहिए. विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं में विद्यार्थी बहुत उम्मीद के साथ तैयारी करते हैं और परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन पेपर लीक का मामला जो सतह पर आया है वह चिंता का विषय है. झारखंड सरकार द्वारा आयोजित जेपीएससी परीक्षाओं में बार-बार पेपर लीक होने से छात्रों का सम तो बर्बाद होता ही है साथ ही उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जाता है
दूसरी तरफ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पूरे मामले को सिरे से खारिज करते हुए विपक्ष पर आरोप लगाया कि मुद्दा विहीन है विपक्ष